अगर हम एग्जिट पोल की बात करें तो लगता है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे पहले से ही आउट हो गए हैं और लगभग सभी एग्जिट पोल ने दो तिहाई बहुमत सरकार को दे दी है।
हालांकि ऐसा बहुत कम ही देखने को होता है कि एक सरकार जो सत्ता में है दूसरी बार भी पूर्ण बहुमत से आए और उसके खिलाफ किसी भी तरह का जनता का प्रतिरोध ना हो पर केंद्र में मोदी ने यही करके दिखाया और अब दिल्ली में केजरीवाल यह करके दिखाने जा रहे हैं।
वास्तव में जनता पानी हो बिजली हो और उससे जुड़े मुद्दों पर ही वोट करती है और कई बार राष्ट्रवाद और अन्य मुद्दे भी हावी हो जाते हैं पर केजरीवाल ने इस बार बहुत ही खूबसूरती के साथ राष्ट्रवाद को विकास से जोड़ दिया है और उनका सॉफ्ट हिंदुत्व का चेहरा भी उन्हें कहीं ना कहीं लोगों के दिल में जगह दिला रहा है।
केजरीवाल का आर्थिक मॉडल लोकप्रिय हो रहा है और एक और जहां बाकी सरकारी घाटे का बजट दिखा रही हैं वहीं केजरीवाल मित्रों से लेकर दिल्ली में बसों में महिलाओं को फ्री सीट देने के अलावा फ्री बिजली फ्री पानी जैसे वादों को न सिर्फ पूरा कर पाए बल्कि वह लगातार चल भी रहा है इससे जाहिर होता है कि अगर इस बार केजरीवाल जीत जाते हैं तो उनका बजट लोगों पर भारी पड़ेगा।