एक बार फिर से पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकवादियों की धरती बनकर सामने आया जब लंदन में चाकू से हमला करने वाला शख्स की पहचान हुई तो उसका नाम उस्मान खान निकला जो पाकिस्तान में रहता था।हालांकि उस्मान खान का जन्म ब्रिटेन में हुआ था पर वह बहुत कम उम्र में पाकिस्तान चला गया और उसकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा पाकिस्तान में हुई।
पाकिस्तानी समाज में कट्टरता की स्थिति को देखा जा सकता है कि लंदन जैसी विकसित सोच वाली जगह पर रहकर भी उसके हृदय में लोगों के लिए जहर भरा हुआ था इस तरह का रुक अगर पाकिस्तान और पाकिस्तानी आकाओं का रहा तो आने वाले समय में पाकिस्तान का नामो निशान मिट जाएगा।
अगर ब्रिटिश मीडिया की मानें तो उस्मान खान ने ब्रिटेन लौटने के बाद कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देना शुरू किया उसे लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर हमले की साजिश के लिए जेल भेजा गया था और पिछले साल ही वह पैरोल पर वापस निकला था।
आज ब्रिटेन परेशान होगा कि पाकिस्तान मूल के लोग उसके घर में रहकर उन्हीं लोगों को मारने की प्लानिंग कर रहे हैं।हालांकि ब्रिटेन में भारतीय मूल के मुसलमान भी रहते हैं पर वह भारतीय शिक्षा दीक्षा के कारण इस तरह की आतंकवादी सोच में लिप्त नहीं है और ब्रिटेन के विकास में सहयोग कर रहे हैं।
भारतीय मुसलमानों का आतंकवादी गतिविधियों में शामिल ना होना भारतीय दर्शन के प्रभाव को भी दिखाता है और वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत का पालन करता हुआ भारतीय मुसलमान भी दिखाई पड़ जाएगा।