नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर अमित शाह का विपक्ष पर निशाना

Update: 2024-05-08 15:18 GMT

 नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला हैं. शाह ने बुधवार को कहा कि, राहुल गांधी चाहते हुए भी कानून नहीं रद्द कर सकते हैं. शाह ने दावा किया कि, राहुल गांधी और अखिलेश यादव जैसे विपक्षी नेता सीएए के खिलाफ हैं. अमित शाह ने लखीमपुर खीरी में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि, पीएम मोदी के नेतृत्व में, भारत उन (अल्पसंख्यकों) को नागरिकता देगा जो पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हैं.गौरतलब है कि, मार्च में, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सीएए लागू किया, जिससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिम प्रवासियों जो 31 दिसंबर से पहले भारत में प्रवेश कर चुके हैं के लिए भारतीय नागरिकता प्राप्त करना आसान हो गया है.

चार साल पहले दिसंबर 2019 में संसद द्वारा ये कानून पारित किया गया था. बता दें कि, अधिनियम की अधिसूचना के बाद विपक्षी नेताओं ने इसकी जमकर आलोचना शुरू कर दी है, उन्होंने इसे असंवैधानिक, भेदभावपूर्ण और संविधान में निहित नागरिकता के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत का उल्लंघन करार दिया है. लखीमपुर में रैली के दौरान अमित शाह ने यह भी दावा किया कि, अगर विपक्ष सत्ता में आया तो वह अयोध्या में राम मंदिर पर बाबरी ताला लगा देगा. समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव के उस बयान का जिक्र करते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का मुद्दा बेकार है, शाह ने कहा: राम गोपाल कहते हैं कि मंदिर बेकार है. मुझे याद रखें, हालांकि यह होने वाला नहीं है, अगर विपक्षी दल सत्ता में आएंगे, वे राम मंदिर पर बाबरी नाम का ताला लगा देंगे.इसके साथ ही शाह ने विपक्ष पर राम मंदिर मुद्दे को 70 साल से अधिक समय तक लटकाए रखने का भी आरोप लगाया.

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