मौलाना मतीनुल हक़ उसमा कासमी मीडिया से हुए मुखातिब, इस दौरान अमन और भाईचारा रखने की कही बात

Update: 2019-11-10 15:58 GMT

प्रियंका पाण्डेय : बचपन एक्सप्रेस

उत्तर प्रदेश जमीयत उल्मा हिन्द के अध्यक्ष मौलाना मतीनुल हक़ उसमा कासमी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट मुल्क की सबसे बड़ी अदालत है | फैसला आने के बाद कभी ख़ुशी होती है कभी गम होता है,लेकिन फैसला सब मानते है |

उन्होंने कहां कि जैसा फैसला चाहते थे वैसा नहीं आया है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने एक बात बहुत वाजिब कही कि वंहा मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई इसके सबूत नहीं मिले | यह कहकर सुप्रीम कोर्ट ने कम से कम हमको इस मामले में बरी कर दिया कि हमने कोई मंदिर तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई।

वही सुप्रीम कोर्ट ने एक बात और साफ कर दी कि कानून के एतबार से काम चलता है आस्था किसी कि भी हो सकती है, लेकिन कोर्ट के जो फैसले होते है वो कानून के मुताबिक होते है आस्था के मुताबिक नहीं |

वही उन्होंने कहा कि तमाम मुल्क वाशियो को चाहे वो हिन्दू हो या मुसलमान,इस फैसले की वजह से आपस में कोई दरार न पैदा हो हजारो साल से हम जिस तरह से एकता और मोहब्बत से रहते आए है वैसे ही रहे | हमारा मुल्क मजबूत होकर तरक्की करे, जिससे अमन और शान्ति कायम रहे यह हम सबकी मुस्तक़र जरुरत है |

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