अमेरिका - तालिबान वार्ता विफल होने के बाद अफगानिस्तान में 28 सितम्बर को राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान सुरु हुआ | तालिबान ने चुनाव का बहिष्कार किया और मतदान में भाग लेने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है इस स्थिति को देखते हुए अफगानी सरकार ने मतदाताओं और मतदाता केंद्रो को तालिबानी हमले से बचाने के लिए 34 प्रांतो में हजारों सेना तैनात की गई है | अफगानिस्तान भारत का मित्र राष्ट्र है इस कारण अफगानिस्तान में शांतिपूर्ण चुनाव और लोकतांत्रिक मूल्यों का सुचारू रूप से बने रहना भारत के लिए कूटनीतिक विजय होगी