छत्तीसगढ़ में बुधवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के तहत तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। राजधानी रायपुर स्थित राजभवन में राज्यपाल ने दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, आरंग विधायक गुरु खुशवंत और अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस विस्तार के बाद राज्य में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है, जो छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कैबिनेट है। इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत 11 मंत्री सरकार में शामिल थे।
आरंग से विधायक गुरु खुशवंत सतनामी समाज के प्रमुख गुरु हैं। उनके पिता गुरु बालदास पूर्व में कांग्रेस में रहे हैं, हालांकि चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा का मानना है कि गुरु खुशवंत को मंत्री बनाए जाने से अनुसूचित जाति वर्ग में पार्टी की पकड़ और मजबूत होगी।
राजेश अग्रवाल ने अंबिकापुर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव को पराजित किया था। अग्रवाल वैश्य समाज से आते हैं। बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा सांसद बनने के बाद वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व सरकार में नहीं था, जिसे ध्यान में रखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
दुर्ग से विधायक गजेंद्र यादव आरएसएस से जुड़े रहे हैं और यादव समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। राज्य में साहू समाज के बाद यादव समाज की जनसंख्या सबसे अधिक मानी जाती है। उनके समावेश को सामाजिक संतुलन और राजनीतिक मजबूती की दृष्टि से अहम माना जा रहा है।
राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, कैबिनेट मंत्री, भाजपा विधायक, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, कलेक्टर, कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री साय ने तीनों नए मंत्रियों को बधाई देते हुए आशा जताई कि वे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ जनता की सेवा करेंगे और राज्य के विकास और सुशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।