अहमदाबाद को अपनी पहली "मेक इन इंडिया" मेट्रो ट्रेन मिली

Update: 2025-12-20 13:27 GMT




अहमदाबाद को मिली पहली 'मेक इन इंडिया' मेट्रो ट्रेन। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कोलकाता स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स संयंत्र में गुजरात की सांस्कृतिक भावना का प्रतीक, अत्याधुनिक और आत्मनिर्भर सामी ट्रेन का स्वागत किया।

इस मेट्रो ट्रेन में सर्वश्रेष्ठ अग्नि सुरक्षा और अन्य सुरक्षा सुविधाएं हैं और यह ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन 4 (GOA4) के तहत पूरी तरह से स्वचालित - चालक रहित ट्रेन के रूप में संचालित होने में सक्षम है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को अहमदाबाद शहर को उसकी पहली स्वदेशी निर्मित 'मेक इन इंडिया' मेट्रो ट्रेन भेंट की। मुख्यमंत्री ने कोलकाता के पास स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के आधुनिक संयंत्र का दौरा करने के बाद अहमदाबाद मेट्रो रेल के डिब्बों का शुभारंभ किया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी के नेतृत्व में 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत को गति देने वाला यह महत्वपूर्ण कदम गुजरात के लिए गर्व का विषय है। इस ट्रेन का निर्माण टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा अपने संयंत्र में 'मेक इन इंडिया' के तहत स्वदेशी रूप से किया जा रहा है। आधुनिक मेट्रो और यात्री कोच बनाने में सक्षम यह संयंत्र उन्नत और आधुनिक तकनीक और उपकरणों से सुसज्जित है।

टीटागढ़ संयंत्र में देश के कई राज्यों के लोगों का कार्यरत होना प्रधानमंत्री के 'एक भारत - श्रेष्ठ भारत' मंत्र का प्रतीक है। अहमदाबाद को मिलने वाली यह मेट्रो ट्रेन शहर में मेट्रो रेल प्रणाली की बढ़ती मांग और लोकप्रियता को पूरा करेगी और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुगम बनाएगी।

गुजरात मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (जीएमआरसीएल) ने कोलकाता स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड को 10 ट्रेनों का ऑर्डर दिया है। यह ट्रेन चरण-2 के 21 किलोमीटर के पूरा होने के बाद उत्पन्न होने वाली अतिरिक्त ट्रेनों की आवश्यकता को पूरा करेगी और शेष भाग जल्द ही चालू हो जाएगा।

अहमदाबाद मेट्रो वर्तमान में प्रतिदिन 1.6 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करती है और वार्षिक रूप से 30-40% की दर से बढ़ रही है। श्री भूपेंद्र पटेल ने बताया कि आने वाले दिनों में मेट्रो रेल सेवा का विस्तार सूरत तक भी किया जाएगा। उच्च गुणवत्ता वाले स्टेनलेस स्टील से बनी इन 'मेक इन इंडिया' ट्रेनों को दिए गए विशेष रंग और डिजाइन अहमदाबाद की संस्कृति और परंपरा को दर्शाते हैं। अहमदाबाद मेट्रो रेल के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा स्वीकृत पहली 'मेक इन इंडिया' मेट्रो ट्रेन अंतिम परीक्षण और संबंधित अधिकारियों से प्रमाणन प्राप्त होने के बाद कुछ दिनों में अहमदाबाद को सौंप दी जाएगी। इसके बाद इसे यात्रियों के लिए सेवा में लगाया जाएगा।

इतना ही नहीं, अहमदाबाद के लिए शेष 9 ट्रेनें भी अगले 5-6 महीनों में चरणबद्ध तरीके से टीटागढ़ द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी। वैश्विक स्तर पर लागू नवीनतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनी यह 'मेक इन इंडिया' ट्रेन गुजरात के लिए गर्व का स्रोत होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री एक दूरदर्शी नेता हैं जो भविष्य की योजना और छोटे से छोटे व्यक्ति के कल्याण को ध्यान में रखते हुए हर कार्य में आगे बढ़ते हैं। अपने मार्गदर्शन में देश के विकास में अवसंरचना विकास की महत्वपूर्ण भूमिका का विवरण देते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देश में रिकॉर्ड गति से सड़कों का निर्माण हुआ है। हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हो गई है और 'मेक इन इंडिया' सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन ने तीव्र परिवहन को एक नई दिशा दी है। 2014 में मेट्रो नेटवर्क 248 किलोमीटर था, जो 2025 तक बढ़कर 1013 किलोमीटर हो गया है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कोच निरीक्षण और संयंत्र के वरिष्ठ इंजीनियरों के साथ चर्चा के माध्यम से अहमदाबाद मेट्रो ट्रेन के डिब्बों की विशेष विशेषताओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के इंजीनियरों ने उन्हें बताया कि इस मेट्रो ट्रेन में सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की अग्नि सुरक्षा और अन्य सुरक्षा सुविधाएं हैं और यह ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन 4 (GOA4) के तहत पूरी तरह से स्वचालित, चालक रहित ट्रेन के रूप में संचालित होने में सक्षम है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री डॉ. हसमुख अधिया, मुख्यमंत्री के सलाहकार और गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री एस. एस. राठौर, टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के प्रबंध निदेशक श्री उमेश चौधरी और गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। टीटागढ़ रेल सिस्टम्स पुणे, बेंगलुरु, मुंबई, सूरत और अहमदाबाद जैसे कई शहरों के लिए अगली पीढ़ी की वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों और मेट्रो ट्रेनों के उत्पादन में लगी हुई है। भारत की महत्वाकांक्षी हाई-स्पीड ट्रेन परियोजना के लिए भविष्य में हाई-स्पीड ट्रेनों के निर्माण की क्षमता विकसित करने हेतु इस संयंत्र में सुविधाओं के विकास कार्य भी किए गए हैं। इतना ही नहीं, कंपनी भारत की सबसे बड़ी वैगन निर्माता है और नौसेना तथा अन्य विशेष उपयोगों के लिए जहाजों का निर्माण भी करती है।

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