अब आप पेट्रोल पंप पर ज्यादा रुपये देने के लिए तैयार रहिए, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमत में दो रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है
अब आप पेट्रोल पंप पर ज्यादा रुपये देने के लिए तैयार रहिए, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमत में दो रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। बताया जा रहा है कि कच्चे...
अब आप पेट्रोल पंप पर ज्यादा रुपये देने के लिए तैयार रहिए, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमत में दो रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। बताया जा रहा है कि कच्चे...
अब आप पेट्रोल पंप पर ज्यादा रुपये देने के लिए तैयार रहिए, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमत में दो रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। बताया जा रहा है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से यह बढ़ोतरी हो सकती है।
क्यों बढ़ सकते हैं तेल के दाम
दरअसल मौजूदा समय में कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। देश में आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान किया है। दिल्ली में पेट्रोल 5 दिनों में 95 पैसे बढ़कर 81.59 रुपये प्रति लीटर पहुँच गया हैं। इधर केंद्र सरकार फेस्विटव सीजन में कर्मचारियों को भी तोहफा दे रही है। जिसमें फंड की भारीभरकम जरूरत पड़ेगी। लिहाजा सरकार अपना फंड जुटाने के लिए कोई न कोई उपाय जरूर करेगी। इधर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में गिरावट जारी है। पहले इसके दाम 40 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए था। मार्च के बाद पहली बार क्रूड के भाव 47 डॉलर प्रति बैरल के पास पहुंचे हैं। देखा जा रहा है, 2021 की शुरुआत में क्रूड 58 डॉलर तक पहुंच सकता है।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की मार से आर्थिक तबाही मची हुई है। इँटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट का दौर जारी है। यानी सरकार तेल में टैक्स बढ़ाकर आम आदमी को फेस्टिव सीजन में जोरदार झटका दे सकती है। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमत में 6 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
सरकारी खजाना भरने में मिलेगी मदद
देश को जितना तेल की जरूरत पड़ती है, उसमें 82 फीसदी कच्चा तेल भारत खरीदता है। लिहाजा कच्चे तेल की कीमत घटने से देश का करेंट अकाउंट डेफिसिट (CAD) भी घट सकता है। सरकार 1 रुपये प्रति लीटर दाम बढ़ाती है, तो उसे साल भर में करीब 14,000 करोड़ रुपये की कमाई हो जाती है।
ज्योति जयसवाल।