टेलीविजन खरीदना लगातार पड़ रहा महंगा, कीमत में फिर हो सकता है 10 फीसदी का इजाफा

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टेलीविजन खरीदना लगातार पड़ रहा महंगा, कीमत में फिर हो सकता है 10 फीसदी का इजाफा
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अगर आप नया टेलीविजन खरीदने का मन बना रहे हैं तो अब आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। टीवी का पैनल बनाने में इस्तेमाल होने वाले ओपन सेल के दाम लगातार बढऩे के कारण कंपनियां भी टीवी के दाम बढ़ाने की तैयारी में हैं ताकि लागत का बोझ कुछ कम हो सके।

महामारी के बाद से ही ओपन सेल की कीमतों में तेजी है और दिसंबर से इसके दाम करीब 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं। यही देखकर टीवी पैनल बनाने वाली कंपनियां फरवरी के अंत में दाम 15 फीसदी और बढ़ाने की तैयारी में हैं। कंपनियां उत्पादन में कटौती करने की भी सोच रही हैं, जिससे मांग के मुकाबले आपूर्ति कम रह सकती है।

ओपन सेल टेलीविजन का प्रमुख हिस्सा होता है और उत्पादन पर होने वाले कुल खर्च में 60-65 फीसदी हिस्सेदारी इसी की होती है। इसका सबसे ज्यादा उत्पादन चीन की 4-5 कंपनियां करती हैं और ओपन सेल के दाम भी अपनी मर्जी से ही तय करती हैं। इसका दाम पिछले साल अगस्त में भी काफी बढ़ गया था, लेकिन उत्पादक कंपनियों ने दाम घटाए तो इनमें कुछ नरमी आई थी।

एक रिटेलर ने बताया कि छोटी और बड़ी स्क्रीन के टेलीविजन पैनल के दाम बढ़ सकते हैं। लेकिन दाम कितने बढ़ेंगे, यह टीवी कंपनियां ही तय करेंगी। रिटेलर ने कहा कि कुछ कंपनियां दाम एकमुश्त न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं क्योंकि पहले ही काफी स्टॉक बिके बगैर पड़ा है।

कोडक ब्रांड के लाइसेंस वाली कंपनी सुपर प्लास्ट्रॉनिक्स के निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अवनीत सिंह ने बताया, 'ओपन सेन के दाम हर महीने बढ़ रहे हैं। उन्हें बनाने वाली कंपनियों ने उत्पादन में कटौती का फैसला लिया है, इसलिए वे कीमतें बढ़ाएंगे। फरवरी और मार्च में टीवी के दाम कम से कम 10 फीसदी बढ़ सकते हैं।Ó ठेके पर टीवी पैनल बनाने वाली दूसरी कंपनी वीडियोटेक्स ने 5 से 10 फीसदी दाम बढ़ाने की योजना बनाई है।

वीडियोटेक्स के निदेशक अर्जुन बजाज ने कहा, 'उद्योग फिलहाल ओपन सेल के दाम में तेज बढ़ोतरी से जूझ रहा है। कोविड-19 महामारी के बाद से ही इसके दाम लगातार बढ़ रहे हैं। ओपन सेल विनिर्माताओं द्वारा उत्पादन घटाए जाने से इसके दाम 20 से 40 फीसदी तक बढ़ गए हैं। आगे दाम और बढ़ सकते हैं।Ó

उन्होंने कहा कि इससे टीवी उद्योग पर असर पड़ रहा है क्योंकि उसे बनाने की कुल लागत में आधे से ज्यादा हिस्सा ओपन सेल का ही है।

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