अप्रैल-जून तिमाही में भारत के ऑटोमोबाइल निर्यात में 15.5 प्रतिशत की वृद्धि
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स द्वारा जो आंकड़े इकट्ठे किए गए हैं, उसके अनुसार चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में भारत के ऑटोमोबाइल...
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स द्वारा जो आंकड़े इकट्ठे किए गए हैं, उसके अनुसार चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में भारत के ऑटोमोबाइल...
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स द्वारा जो आंकड़े इकट्ठे किए गए हैं, उसके अनुसार चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में भारत के ऑटोमोबाइल निर्यात में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 15.5 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है।
वाहनों के निर्यात को लेकर जो अनुमान है, उसके मुताबिक कुल 11,92,577 यूनिट अभी तक भेजी गई है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 10,32,449 यूनिट थी।
वैसे ही अब यात्री वाहनों का निर्यात 19 प्रतिशत बढ़कर 1,80,483 यूनिट हो गया, जो पिछले वर्ष 1,52,156 यूनिट था।
मार्केट लीडर मारुति सुजुकी इंडिया ने इस तिमाही के दौरान 69,962 वाहनों के साथ सबसे अधिक वाहनों का निर्यात किया, जो पिछले साल की समान अवधि में 62,857 इकाइयों से अधिक था। मारुति की वाहन प्रतिद्वंद्वी कंपनी हुंडई मोटर इंडिया 42,600 इकाइयों के निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर रही, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 35,100 इकाइयों से अधिक थी।
दोपहिया वाहनों के निर्यात में भी 17 प्रतिशत की दोहरे अंक की वृद्धि दर्ज की गई। पहली तिमाही में 9,23,148 इकाइयों की विदेशी शिपमेंट हुई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 7,91,316 यूनिट थी।
इस तिमाही के दौरान वाणिज्यिक वाहनों के निर्यात में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई और 15,741 इकाइयों के शिपमेंट होने का अनुमान है, जो पिछले साल 14,625 इकाइयों से अधिक था।
हालांकि, तिमाही के दौरान तिपहिया वाहनों के निर्यात में तीन प्रतिशत की गिरावट आई और यह 71,281 इकाई रही, जबकि पिछले साल यह 73,360 यूनिट थी।