एमएसएमई में रोजगार 20 करोड़ के पार, एक वर्ष में 66 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी
भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) में रोजगार का आंकड़ा 20.2 करोड़ पर पहुंच गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के...
भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) में रोजगार का आंकड़ा 20.2 करोड़ पर पहुंच गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के...
भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) में रोजगार का आंकड़ा 20.2 करोड़ पर पहुंच गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल के डाटा से ये जानकारी मिली है।
डेटा के मुताबिक, एमएसएमई द्वारा की गई नियुक्तियों में सालाना आधार पर 66 प्रतिशत का उछाल आया है। पिछले वर्ष यह आंकड़ा 12.1 करोड़ नियुक्तियों का था। इन नियुक्तियों में से महिलाओं की संख्या 4.54 करोड़ है।
मौजूदा समय में उद्यम पोर्टल पर 4.68 करोड़ एमएसएमई पंजीकृत हैं। इसमें से 4.6 करोड़ सूक्ष्म हैं, जो सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा करते हैं। सूक्ष्म उद्योग इकाई वह होती है, जहां प्लांट और मशीनरी की वैल्यू एक करोड़ रुपये से ज्यादा की नहीं होती और टर्नओवर पांच करोड़ रुपये तक होता है।
वित्त मंत्री ने इस वर्ष की शुरुआत में मासिक इकोनॉमिक रिपोर्ट में जोर देते हुए कहा था कि एमएसएमई सेक्टर में रोजगार पाने वाले लोगों की संख्या में उद्यम पोर्टल लॉन्च होने के बाद 5.3 गुना का इजाफा हुआ है। सरकार द्वारा इस पोर्टल को जुलाई 2020 में लॉन्च किया गया था।
सरकार ने इस पोर्टल पर एमएसएमई का पंजीकरण प्रोसेस काफी आसान कर दिया है। हर कैटेगरी की परिभाषा तय की गई है, जिससे एमएसएमई सरकार की स्कीमों में दिए जाने वाले लाभ को आसानी से उठा सके।
लघु उद्योग वह होता है। जहां प्लांट और मशीनरी की वैल्यू 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की नहीं होती है। और टर्नओवर 50 करोड़ रुपये से कम का होता है।
मध्यम उद्योग में प्लांट और मशीनरी की वैल्यू 50 करोड़ रुपये तक की होती है। वहीं, टर्न ओवर 250 करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं होता है।