ओएनडीसी के जरिए 5 लाख एमएसएमई की मदद करेगी सरकार, महिलाओं को 50प्रतिशत फायदा
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पांच लाख एमएसएमई को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पर...
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पांच लाख एमएसएमई को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पर...
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पांच लाख एमएसएमई को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पर लाने का फैसला किया गया है। इन इनिशिएटिव को 'एमएसएमई टीमÓ नाम दिया गया है। इसके तहत पांच लाख एमएसएमई को ओएनडीसी पर लाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके अलावा अकाउंट मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स, पैकेजिंग और कैटलॉग बनाने में भी मदद दी जाएगी।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि इस योजना के तहत आधा फायदा महिलाओं के नेतृत्व वाले एमएसएमई को मिलेगा। आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाने में एमएसएमई की बड़ी भूमिका है। उन्होंने आगे कहा कि तेजी से बदलते वातावरण में एमएसएमई को डिजिटल और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन अपनाने चाहिए।
मंत्रालय की ओर से एक अन्य पहल 'यशस्विनीÓ भी शुरू की गई है। इसका उद्देश्य महिला-स्वामित्व वाले अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यमों को औपचारिक बनाना और उन्हें क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करना है। इसके तहत चालू वित्त वर्ष में एमएसएमई मंत्रालय द्वारा अभियान की एक पूरी श्रृंखला लॉन्च की जाएगी। इसका फोकस टियर 2 और टियर 3 शहरों पर होगा।
एमएसएमई मंत्री ने जोर देते हुए कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुसार, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों और भीतरी इलाकों में, एक समावेशी और केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से प्रयास को गहरा और व्यापक बनाने की आवश्यकता है।