ताबड़तोड़ तेजी के बाद ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 6 प्रतिशत फिसला

  • whatsapp
  • Telegram
ताबड़तोड़ तेजी के बाद ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 6 प्रतिशत फिसला
X

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का शेयर मंगलवार को शुरूआती कारोबार में तीन प्रतिशत तक चढऩे के बाद फिसल गया।

इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी का शेयर प्राइस आज इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 157.53 रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली के चलते कंपनी के शेयर में गिरावट आई है और यह 6 प्रतिशत तक फिसल गया।

बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर की कीमत इश्यू प्राइस 76 रुपये प्रति शेयर से लगभग 100 प्रतिशत बढ़ गई है। ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 9 अगस्त, 2024 को शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे।

सुबह 11:46 बजे बीएसई पर ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 5.98 फीसदी की गिरावट के साथ 137.52 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.56 फीसदी बढ़कर 80,874.68 पर कारोबार कर रहा था।

ओला इलेक्ट्रिक का शेयर आज पिछले बंद भाव 146.03 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले 154 रुपये के लेवल पर खुला और कारोबार के दौरान 157.53 रुपये के उच्चस्तर तक चला गया था। कंपनी का मार्केट कैप फिलहाल 60,423.96 करोड़ रुपये हैं।

स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, 'यह आश्चर्यजनक है कि आईपीओ के दौरान नकारात्मकता और कमजोर लिस्टिंग के बावजूद यह शेयर तेजी से आगे बढऩे में कामयाब रहा और उसने अच्छी रफ्तार बरकरार रखी है। पिछले पखवाड़े में इसके बुनियादी आधारों में कोई बदलाव नहीं आया है, इसलिए इतनी तेज उछाल का कारण खोजना मुश्किल है। हालांकि, रणनीति के तौर पर, कारोबारी या निवेशक सख्त स्टॉप-लॉस के साथ इसके उछाल के साथ बने रह सकते हैं।Ó

वैश्विक ब्रोकरेज एचएसबीसी का मानना है कि ओला इलेक्ट्रिक की आगामी वृद्धि एक समान नहीं रहेगी क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) पैठ की दर कंपनी की अपेक्षा से कहीं अधिक धीमी हो सकती है।ब्रोकरेज ने एक ताजा रिपोर्ट में कहा, 'कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2028 में इलेक्ट्रिक दोपहिया की पहुंच 41-56 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी जबकि हमारा मानना है कि यह वित्त वर्ष 2028 तक सिर्फ 20 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2030 तक 30 प्रतिशत होगी।Ó

यह शेयर पहले ही ब्रोकरेज के 140 रुपये के कीमत लक्ष्य को पार कर चुका है।

बता दें ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 1,25,198 वाहनों के साथ अब तक की सबसे ज्यादा वाहन डिलिवरी भी दर्ज की जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 70,575 था।

Next Story
Share it