औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई चार महीने के निचले स्तर पर
औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई दर (सीपीआई-आईडब्ल्यू) मई में गिरकर 4 महीने के निचले स्तर 3.86 प्रतिशत पर आ गई है, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में...
औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई दर (सीपीआई-आईडब्ल्यू) मई में गिरकर 4 महीने के निचले स्तर 3.86 प्रतिशत पर आ गई है, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में...
औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई दर (सीपीआई-आईडब्ल्यू) मई में गिरकर 4 महीने के निचले स्तर 3.86 प्रतिशत पर आ गई है, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में यह आंकड़ा 4.42 प्रतिशत पर था। श्रम मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
औद्योगिक श्रमिकों के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई-आईडब्ल्यू) में इस वर्ष फरवरी से लगातार गिरावट आ रही है। अप्रैल में यह आंकड़ा 3.87 प्रतिशत पर था।
ऑल-इंडिया सीपीआई-आईडब्ल्यू मई 2024 में 0.5 अंक बढ़कर 139.9 अंक हो गया है। अप्रैल 2024 में यह 139.4 अंक पर था।
ईंधन और ऊर्जा सेगमेंट में कमी आई है और मई 2024 में यह गिरकर 149.5 अंक रह गया है, जो कि अप्रैल 2024 में 152.8 अंक पर था।
फूड और बेवरेज ग्रुप में ऑल-इंडिया सीपीआई-आईडब्ल्यू मई 2024 में बढ़कर 145.2 अंक हो गया है, जो कि अप्रैल 2024 में 143.4 अंक पर था।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के तहत आने वाले श्रम ब्यूरो की ओर से औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े को हर महीने संकलित किया जाता है। इसमें 88 महत्वपूर्ण इंडस्ट्रियल सेंटर्स के 317 मार्केट्स से डेटा एकत्रित किया जाता है।
श्रम ब्यूरो की वेबसाइट के मुताबिक, सीपीआई-आईडब्ल्यू का इस्तेमाल केंद्र सरकार, राज्य सरकार, पब्लिक और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते और वेतन तय करने के लिए किया जाता है। यह देश में खुदरा बाजार की स्थिति बताने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे मासिक आधार पर संकलित किया जाता है।