बनास डेयरी के बायो सीएनजी प्लांट पहुंचे सुजुकी के चेयरमेन तोशिहिरो, स्वच्छ ईंधन के प्रयोग पर यह बोले
जापानी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और सीईओ तोशीहिरो सुजुकी ने शुक्रवार को बनासकांठा के बनास डेयरी स्थित बायो सीएनजी प्लांट का दौरा किया। पिछले...
जापानी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और सीईओ तोशीहिरो सुजुकी ने शुक्रवार को बनासकांठा के बनास डेयरी स्थित बायो सीएनजी प्लांट का दौरा किया। पिछले...
जापानी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और सीईओ तोशीहिरो सुजुकी ने शुक्रवार को बनासकांठा के बनास डेयरी स्थित बायो सीएनजी प्लांट का दौरा किया। पिछले साल, जापान की सुजुकी और बनास डेयरी ने एनडीडीबी (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) के सहयोग से एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किया था और 5 नए बायो-सीएनजी संयंत्र शुरू किए थे।बनास डेयरी के भ्रमण के दौरान जापानी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और सीईओ तोशीहिरो सुजुकी ने कहा, भारत के साथ हमारे संबंध बहुत पुराने हैं। मारुति सुजूकी भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है। हम निकट भविष्य में वाहनों में ईंधन के रूप में बायो-सीएनजी का उपयोग चाहते हैं ताकि यह पर्यावरण को प्रभावित न करे। यह एक बहुत अच्छी पहल है। देश भर में इस परियोजना को गति देने के लिए, हम बनास डेयरी और एनडीडीबी (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) के साथ काम कर रहे हैं।
वहीं, बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर चौधरी ने कहा, पांच साल पहले बनास डेयरी ने बायो-सीएनजी प्लांट शुरू किया था। तब हमारे पास पहले कोई शोध नहीं था, लेकिन पीएम मोदी ने हमसे वादा किया था कि गोबर गोबर नहीं बल्कि गोबर धन है, यह अपशिष्ठ पदार्थ नहीं बल्कि धन है। बनास डेयरी ने उन शब्दों पर अमला किया।
पांच साल की सफलता के बाद, हमें विश्वास है कि हम और प्लांट शुरू कर सकते हैं। पिछले साल, जापान की सुजुकी कंपनी और बनास डेयरी ने एनडीडीबी (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) के सहयोग से एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे और 1 लाख किलो गाय के गोबर की क्षमता वाले 5 नए संयंत्र शुरू किए थे। सुजुकी के चेयरमैन ने शुक्रवार को प्लांट का दौरा किया और इसे देखने के साथ-साथ कुछ नए समझौतों के लिए भी हामी भरी।