टीआरपी के खेल में सब है कोई अभी फंसा है तो कोई कभी फंसा या बचा होगा जांच हो तो काला सफ़ेद सामने आएगा
भारत में ऐसा होता है क्योंकि यहाँ पर एथिक्स की पढाई तो होती है पर उसका पालन नहीं होता - गीता पर हाथ रख कर कसम तो खाई जाती है पर उसका पालन...
भारत में ऐसा होता है क्योंकि यहाँ पर एथिक्स की पढाई तो होती है पर उसका पालन नहीं होता - गीता पर हाथ रख कर कसम तो खाई जाती है पर उसका पालन...
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- अर्नव गोस्वामी
भारत में ऐसा होता है क्योंकि यहाँ पर एथिक्स की पढाई तो होती है पर उसका पालन नहीं होता - गीता पर हाथ रख कर कसम तो खाई जाती है पर उसका पालन नहीं होता - और ये कहानी किसी एक सेक्टर की नहीं है आज चैनल फंसे है तो कल न्यायालय का कोई फसेगा - इसी तरह हर वर्ग में भ्रस्ताचार घर कर गया है और उसको निकालने के लिए पुरे समुन्द्र मंथन की तरह जोर लगाना होगा -
अब यूपी में योगी सरकार सभी पर हथोडा चला रही है तो सबको डर लगा रहा है पर अपराध करते समय आप डरे नहीं तो सजा के लिए क्यों डर रहे है - यहाँ तक तो ठीक है पर अपराधियों के बड़े -बड़े मकान ,दुकान , हवेली गिराने की जगह उसको सरकारी कब्जे में लेकर उसमे सरकारी दफ्तर बना देना चाहिए - जो भी प्रोपर्टी है वो जनता के पैसे की ही है और अगर वो तोड़ी जा रही है तो पैसा भी जनता का ही बर्बाद हो रहा है -
योगी सरकार को इन गुंडों की संपत्ति को सरकारी संपत्ति घोषित कर ऐसा उपयोग करना चाहिए जिससे राजस्व का नुकसान न हो - अगर बना हुआ मकान या दुकान गिराते है तो इससे सरकार और जनता का ही नुकसान है -