टूलकिट मामले में जेल की हवा खा रही दिशा रवि को बाहर आने के लिए जमानत मिल गयी
टूलकिट मामले में जेल की हवा खा रही दिशा रवि को बाहर आने के लिए जमानत मिल गयी है | सूत्रों की माने तो एक लाख रूपये के मुचलके पर जमानत दी जाने की बात...
टूलकिट मामले में जेल की हवा खा रही दिशा रवि को बाहर आने के लिए जमानत मिल गयी है | सूत्रों की माने तो एक लाख रूपये के मुचलके पर जमानत दी जाने की बात...
टूलकिट मामले में जेल की हवा खा रही दिशा रवि को बाहर आने के लिए जमानत मिल गयी है | सूत्रों की माने तो एक लाख रूपये के मुचलके पर जमानत दी जाने की बात बताई जा रही है | पर खबर ये भी है की दिशा ने अपने वकील के हवाले से कहा है की उनकी हैसियत नहीं है की वो एक लाख की जमानत दे सके |
Delhi court gives #DishaRavi bail #Breaking #ITCard #ToolKit pic.twitter.com/HzBubamXRT
— IndiaToday (@IndiaToday) February 23, 2021
दिल्ली पुलिस ने टूलकिट को अंतराष्ट्रीय साजिश बताया और कहा की इससे भारत की छवि को ख़राब करने का प्रयास किया गया | पर कोर्ट ने ऐसा कोई कारण नही पाया की दिशा को जमानत नही दी जा सके |
दिशा रवि एक पर्यावरण एक्टिविस्ट है और समय -समय पर आंदोलनों में भाग लिया है | उनके सम्बन्ध स्वीडिश पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा से भी है |
हाल में ही किसान आन्दोलन के समय उनके उपर भी भारत सरकार की तरफ से कड़ी टिप्पड़ी की गयी थी |
कौन है ग्रेटा थनबर्ग
स्वीडेन की निवासी ग्रेटा एक पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन एक्टिविस्ट है जिन्होंने इसके खतरे को बचपन में ही समझ लिया था | ग्रेटा थनबर्ग का जन्म तीन जनवरी 2003 को स्टॉकहोम में हुआ। इस समय वह 18 साल की हैं| पर्यावरण के खतरे को भापते हुए ग्रेटा ने लगातार अंतराष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन कर सबका ध्यान अपनी ओर खीचा |
उन्होंने बहुत ही कम समय में विश्व में पर्यावरण के क्षेत्र में अपना एक मुकाम हासिल कर लिया |
भारत में किसान आन्दोलन के समर्थन में बयान देने के कारन वो चर्चा में आ गयी |
पक्ष और विपक्ष दोनों ने उनका जमकर इस्तेमाल किया है |