स्वास्थ्य मंत्री को एएसआई ने मारी गोली,पत्नी ने बताया मानसिक रूप से पीड़ित रहा है
ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने वाले एक सहायक पुलिस...


ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने वाले एक सहायक पुलिस...
ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने वाले एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) गोपालकृष्ण दास ने 'बाइपोलर डिसआर्डर' नामक मनोविकार के कारण एक मनोवैज्ञानिक से उपचार कराया था। वह पिछले 8 साल से बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज करा रहा था। इसके बावजूद भी उसे एक सर्विस रिवाल्वर जारी की गई थी और ब्रजराजनगर में एक पुलिस चौकी का प्रभारी नियुक्त किया गया था। अब इस मामले को लेकर बेहद गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
बाइपोलर डिसआर्डर, एक तरह से मेंटल हेल्थ कंडीशन है. इसमें व्यक्ति अचानक हाइपर एक्टिव और अचानक उदास हो जाता है। डिप्रेशन और क्रेजीनेस के दो अलग-अलग इमोशन एक साथ भी देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, इसे इलाज और दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन अगर व्यक्ति समय पर दवा नहीं ले रहा है या इलाज नहीं करा रहा है तो यह दोबारा आ सकता है।
उनकी पत्नी ,जयंती दास ने ये भी कहा कि गोपाल ने सुबह वीडियो कॉल पर बेटी से बात की थी। ये उनकी आखिरी कॉल थी। उन्हें कुछ मानसिक परेशानी थी, जिसका वो पिछले 7-8 साल से इलाज करवा रहे थे। दवा लेने के बाद वो सामान्य व्यवहार करते थे। जयंती ने कहा, ''वह हमसे 400 किलोमीटर दूर रहता है, इसलिए मैं यह नहीं बता सकती कि वह नियमित रूप से दवा ले रहा था या नहीं। '' पुलिस ने बताया कि उसने कथित तौर पर गोलियां उस समय चलाईं, जब मंत्री एक स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एक कार से उतरे और उनके समर्थक उन्हें माला पहना रहे थे. उसने बताया कि गोपालकृष्ण दास ने मंत्री को निशाना बनाते हुए दो गोलियां चलाईं, लेकिन एक ही गोली निशाने पर लगी.
वहीं, गोली लगने के बाद स्वास्थ्य मंत्री को विशेषज्ञों और लाइफ सपोर्ट सिस्टम की एक मेडिकल टीम के साथ झारसुगुड़ा से भुवनेश्वर लाया गया। इसके बाद अपोलो अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में उनका इलाज शुरू हुआ। मंत्री नब दास के स्वास्थ्य का हाल जानने सीएम नवीन पटनायक भुवनेश्वर में अपोलो अस्पताल पहुंचे थे।
(प्रियांशु )