झांसी: पिता ने की अपनी नाबालिक बच्ची की हत्या
उत्तर प्रदेश में झांसी के मऊरानीपुर में एक नाबालिग बच्ची की हत्या मामले का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए पिता को गिरफ्तार किया। वरिष्ठ पुलिस...
 A G | Updated on:25 Sept 2021 11:34 PM IST
A G | Updated on:25 Sept 2021 11:34 PM IST
उत्तर प्रदेश में झांसी के मऊरानीपुर में एक नाबालिग बच्ची की हत्या मामले का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए पिता को गिरफ्तार किया। वरिष्ठ पुलिस...
- Story Tags
- Jhansi
- Father
- Crime news
- Crime
उत्तर प्रदेश में झांसी के मऊरानीपुर में एक नाबालिग बच्ची की हत्या मामले का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए पिता को गिरफ्तार किया।  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए शनिवार को बताया कि मऊरानीपुर थानाक्षेत्र के धौरार् गांव में शुक्रवार को हुई एक नाबालिग बच्ची की हत्या मामले में  नामजद आरोपियों से पूछताछ और एकत्र किये गये सुबूतों की रोशनी में की गयी  जांच पड़ताल में ज्ञात हुआ है कि 14 वषीर्य बच्ची माया की हत्या उसके पिता बबलू प्रजापति ने ही की है। कल घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बल, फोरेंसिक टीम और डॉग स्कवॉड ने घटनास्थल को बारीकी से जांचा। इस दौरान कई एकत्र किये गये सबूत बनाये हुए प्रतीत हो रहे थे और पूरी घटना के एकमात्र चश्मदीद बच्ची के पिता पर सवाल उठा रहे थे। 
मामले की सघन जांच के बाद आज जब पिता से कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। बबलू ने बताया कि पिछले दस साल से उसके नजदीक गांव की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग थे और इस दौरान कुछ पैसे भी बबलू ने उसे दिलाये थे। आगे संबंधों में खटास आने पर बबलू ने महिला से पैसों की मांग की तो उसने बबलू को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद बबलू ने उसको ही फंसाने के लिए अपनी ही बेटी को मोहरा बनाया और उसकी हत्या खुद करके आरोप दो महिलाओं और सात अन्य पर लगा दिया लेकिन पूरे मामले में पुलिस ने बहुत सूझ बूझ के साथ पिता के इस कुत्सित षडयंत्र को बेनकाब किया।
सूत्रों के अनुसार बेटी कहीं बबलू के अवैध संबंधों का कहीं खुलासा न कर दे और महिला से बदला लेने के लिए उसने एक तीर से दो शिकार करने का प्रयास किया । बेटी को तो रास्ते से हटा ही दिया साथ ही महिला और अन्य को इस मामले में फंसा भी दिया लेकिन पुलिस की पैनी निगाह के सामने उसकी शातिराना कहानी मात्र 24 घंटे के भीतर ही धराशायी हो गयी और नामजद आरोपियों को भी बड़ी राहत मिली।
















