महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के व्यावहारिक कला के छात्रा कुमारी राखी द्वारा बनाई डिजिटल फ़ोटो एल्बम का विमोचन कुलपति प्रोफेसर टी.एन. सिंह ने किया।
कुम्हारों के ऊपर राखी ने बनाई डिजिटल फ़ोटो एल्बम।एक कलाकार की पहचान अपने क्रियात्मकता से ही होती है। काशी विद्यापीठ के व्यावहारिक कला की छात्रा कुमारी...
कुम्हारों के ऊपर राखी ने बनाई डिजिटल फ़ोटो एल्बम।एक कलाकार की पहचान अपने क्रियात्मकता से ही होती है। काशी विद्यापीठ के व्यावहारिक कला की छात्रा कुमारी...
कुम्हारों के ऊपर राखी ने बनाई डिजिटल फ़ोटो एल्बम।
एक कलाकार की पहचान अपने क्रियात्मकता से ही होती है। काशी विद्यापीठ के व्यावहारिक कला की छात्रा कुमारी राखी ने कुम्हारों के जीवन से प्रेरित होकर एक डिजिटल प्रिंट फ़ोटो एल्बम बनाई है जिसका विमोचन महात्मागांधी काशी विद्यापीठ के शताब्दी समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर टी.एन. सिंह के कर कमलों द्वारा विमोचन किया गया। सभी लोगों को देखने के लिए यह एल्बम 15 फरवरी तक ललित कला विभाग के प्रदर्शनी में लगी रहेगी।
राखी ने बताया कि पिछले कुछ सालों से जब भी दुकानों में पुरवा आदि के बर्तन देखते थे तब तब कुम्हारों से मिलने एवं उनके जीवनी को समझने की इच्छा होती थी।
पिछले साल जनवरी-फरवरी के महीने में ही कुम्हारों के गांवों में जाकर उनके काम एवं कलाकारी को देखते समझते थे और तब ही उनके जीवनी के ऊपर फोटोग्राफी करके एक डिजिटल एल्बम बनाने की ठान ली। लॉक डाउन के वजह से एक साल से यह काम रुका हुआ था जो अभी वापस आकर पूरा किया और महात्मागांधी काशी विद्यापीठ के शताब्दी समारोह के अवसर पर विमोचन करने की तैयारियों में लगी।
पूरा एल्बम 22 पेज का है जो मोबाइल से खींची तस्वीरों से अत्यंत मनोहारी तरीके से फोटोग्राफी से प्रदर्शित किया गया है।
बीच बीच में कुम्हारों के जीवनी पर आधारित दो दो लाइन की कविता भी लिखा हुआ है जैसे...
कच्चे माटी को गुंथकर, गढें जो रूप हजार।
अस्तित्व बनाने वाले मेरे,नमन है तुझे "कुम्हार"।
प्रेम मेरा सच्चा और तू है मेहनती।
भट्ठी में जल मैं तेरी बन जाऊँ एक सती।
हैं सब मिट्टी पर आकारों के लगे यहाँ मोल।
कुम्हार तेरी चाक संग रिश्ता है अनमोल।
दैनिक वस्तु का जिसने शुरू किया था नव निर्माण।
कुम्हार की सृजन कला से था भारत का कल्याण।
कुम्हार तेरे पहिये की, थम न जाए कहीं गति।
भारत के इतिहास में, कहीं खो न जाए प्रजापति।
इस डिजिटल एल्बम बनाने के लिए महात्मागांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला के विभागाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा ने कहा है कि एक अध्यापक के लिए ये अत्यंत गर्व की बात है एवं अन्य छात्र-छात्राओं के लिए अनुसरण करने योग्य है।
हालहि में देश भक्ति गीत "भारत माँ की बेटी हूँ, मेरे देश को रोशन करना है" भारतीय फौजी महिलाओं को समर्पित किया है।