कोरोना ने हमें सांसों का महत्व सिखाया है, वहीँ योग ने सदैव से हमें अपनी सांसों को साधना सिखाया है: प्रो.संजय द्विवेदी

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कोरोना ने हमें सांसों का महत्व सिखाया है, वहीँ योग ने सदैव से हमें अपनी सांसों को साधना सिखाया है: प्रो.संजय द्विवेदी
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, लखनऊ जिला की इकाई द्वारा सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर "अध्यात्मिक संचार और योग" विषय पर वेबिनार का आयोजन जिसमे देश-विदेश से लगभग 200 लोगों ने प्रतिभाग किया| वेबिनार में मुख्य वक्ता भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी रहे| कार्यक्रम के संयोजक अभाविप लखनऊ जिला के जिला प्रमुख इन्द्रेश शुक्ला रहे, और उनके साथ-साथ अवध प्रांत के कार्यकर्ताओं का भी प्रमुख योगदान रहा|

अध्यात्मिक संचार और योग विषय पर व्याख्यान देते हुए प्रो. द्विवेदी ने अध्यात्मिक संचार एवं योग के संबंध को स्पष्ट किया| उनके अनुसार प्राणायाम भी एक प्रकार का अध्यात्मिक संचार है| उन्होंने कहा कि कोरोना रूपी वैश्विक महामारी में योग ने ही सम्पूर्ण जगत में आशा की किरण जगाई है| एलोपैथी तथा आयुर्वेद की आपसी लड़ाई में योग हमेशा निर्विवाद रहा है| जहां कोरोना ने हमें सांसों का महत्व सिखाया है, वहीँ योग ने सदैव से हमें अपनी सांसों को साधना सिखाया है|

उन्होंने आगे कहा कि 'वासुदेव कुटुम्ब्कम' और 'सर्वे भवन्तु सुखिनः' को मानने वाला भारत विश्व को वैक्सीन बाटने में अपने पराये का भेद कैसे कर सकता था| हम भारतीय सब जीवों में इश्वर के दर्शन करते हैं| भारतवासी प्रकृति के साथ संघर्ष नहीं करते हैं| सह अस्तित्व की भावना हमारे जीवन का आधार है| योग हमारी पुरातन परंपरा की अमूल्य देन है| यह नकारात्मक उर्जा समाप्त करके सकारात्मक उर्जा का संचार करता है| 'योग:कर्मसु कौशलम' अर्थात कार्य की कुशलता ही योग है| यह एक प्रकार का तप है|

प्रो. द्विवेदी के अनुसार योग के माध्यम से भारत आज पुरे विश्व का नेतृत्व कर रहा है| विश्व आज योग को अपना रहा है अर्थात भारत को अपना रहा है| योग ने दुनिया को 'इल्नेस से वेलनस'का रास्ता दिखाया है| योग हमे 'स्ट्रेस से स्ट्रेंथ' की, अवसाद से उमंग की, नकारात्मकता से सकारात्मकता की यात्रा कराता है| योग हमे केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ नही बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनाता है| एक समय था जब योग केवल पहाड़ों और जंगलों में था| आज योग घर-घर में जन-जन की दैनिक दिनचर्या बन चुका है| आज योग ने स्वयं व्यक्ति से समस्त की यात्रा प्रारंभ कर दी है |

अंत में प्रो. द्विवेदी ने यह भी कहा कि योग को विश्व भर में ले जाने के लिए युवाओं की अहम भूमिका है।

कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लखनऊ अवध प्रांत के प्रांत अध्यक्ष सर्वेश सिंह जी, प्रांत संगठन मंत्री घनश्याम शाही जी, विभाग संगठन मंत्री अंशुल जी, प्रांत उपाध्यक्ष गोविंद पाण्डेय जी, देवेन्द्र मिश्रा जी, कार्यसमिति सदस्य शाम्भवी जी, जिला संयोजक तुलिका जी, सह मंत्री सौरभ मिश्रा जी आदि कार्यकर्ता उपास्थित रहे।

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