"व्यक्ति के निर्माण के बाद ही राष्ट्र का निर्माण संभव है",
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के NSS यूनिट - ३ के विशेष शिविर के सातवें दिन ककौली गांव में स्वयं सेवकों के द्वारा स्वास्थ्य ,शिक्षा,...
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के NSS यूनिट - ३ के विशेष शिविर के सातवें दिन ककौली गांव में स्वयं सेवकों के द्वारा स्वास्थ्य ,शिक्षा,...
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के NSS यूनिट - ३ के विशेष शिविर के सातवें दिन ककौली गांव में स्वयं सेवकों के द्वारा स्वास्थ्य ,शिक्षा, रोज़गार , स्त्री सशक्तिकरण आदि मुद्दों पर सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता अभियान चलाया गया।
सात दिन तक चलने वाले इस शिविर में , स्वयं सेवकों ने ककौली गांव के लोगों से , बच्चों से, महिलाओं से न केवल संवाद किया बल्कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु जागरूक भी किया।
स्वयं सेवकों ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि सात दिवसीय शिविर उनके लिए प्रेरणादाई
तथा समाज से जुड़ने का प्लेटफार्म बना, स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए एनएसएस समन्वयक
डॉ.नीरज शुक्ला ने छात्रों को गांव से जुड़ने के लिए आव्हान किया |
यूनिट - ३ के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शचींद्र शेखर ने कहा कि "व्यक्ति के निर्माण के बाद ही राष्ट्र का
निर्माण संभव है", जिसमें व्यक्ति को अपने आस - पास भौतिक , शारीरिक, आर्थिक , शैक्षणिक,
सामाजिक जैसे मुद्दों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। समापन कार्यक्रम में पचास स्वयं सेवकों ने भागीदारी
की ,जिसमें अमन , मेहर , अभिषेक, छाया , नदीम ,हसन ,सत्यम ,कईयूम आदि स्वयंसेवक शामिल रहे।