भारतीय संस्कृति को भावी पीढ़ी के लिए संजोएः कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित

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भारतीय संस्कृति को भावी पीढ़ी के लिए संजोएः कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित
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अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय आईआईटी एलुमनाई एसोसिएशन द्वारा साकेत निलयम साकेतपुरी में मेरी माटी मेरा देश पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो0 मनोज दीक्षित, कुलपति महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर, राजस्थान एवं विशिष्ट अतिथि महापौर गिरीशपति त्रिपाठी अयोध्या रहे।

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने कहा कि मेरी माटी मेरा देश भारतीय संस्कृति एवं विरासत को संजोये जाने की एक अनूठी कार्ययोजना है। इसके तहत भारतीय परम्पराएं एवं गौरव को संरक्षित किया जाना है। वन सम्पदा पर्यावरण जल श्रोत, सांस्कृतिक प्रतीक परम्पराएं भावी पीढ़ी के लिए विरासतों को बचाने एवं संरक्षित कराये जाने की पहल केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजना से जुड़ी है। प्रदेश सरकार द्वारा भारतीय विरासतों को बचाया जाना मूल उद्देश्य में है। कुलपति प्रो0 दीक्षित ने कहा कि प्रकृति हमें संरक्षण देती है। आश्रय प्रदान करती है। उसके प्रति हम सभी का सामाजिक दायित्व भी है। यहीं परम्पराएं हमारे पूर्वजों ने भावी पीढ़ी के लिए संजोए रखा है जो आज हमें मिला है। हम सभी को भी भावी पीढ़ी के लिए इसे संजोना एवं संरक्षित करना है।

कार्यक्रम में महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि अयोध्या नव निर्माण के मार्ग की ओर अग्रसर है। विगत कई वर्षो से अयोध्या ने उपेक्षा का दंश सहा है। परन्तु धर्मनगरी अयोध्या को पुनः उसका गौरव प्राप्त हो रहा है। महापौर ने बताया कि अयोध्या दीपोत्सव की कल्पना के शिल्पी पूर्व कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने दीपोत्सव को एक उपहार के रूप में हम सभी को सौपा है जो आज वैश्विक पटल पर दीपोत्सव अयोध्या के रूप में ही प्रदेश सरकार द्वारा इसे अब राज्य त्योहार के रूप में घोषित कर दिया है। प्रो0 दीक्षित द्वारा दीपोत्सव को गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड में दर्ज कराना एवं हेरिटेज वाक् पर्यटन की कई योजनाओं का शुभारम्भ किया गया है। इसके लिए हम हम सभी आपके आभारी है। विश्वविद्यालय के नव-निर्माण में भी प्रो0 दीक्षित का योगदान अविस्मरणीय है। कार्यक्रम में आईईटी के पूर्व निदेशक प्रो0 रमापति मिश्रा ने मेरी माटी मेरा देश पर प्रबुद्धजनों को पंच-प्रण की शपथ दिलाई और भारतीय विरासतों को संरक्षित करने एवं परम्पराओं को बनाये रखने का सामूहिक संकल्प लिया।

कार्यक्रम को प्रो0 आरएन राय, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 आरके सिंह, डाॅ0 सुरेन्द्र मिश्र, डाॅ0 वंदिता पाण्डेय, आईईटी एलुमनाई संघ के डाॅ0 बृजेश भारद्धाज, डाॅ0 विनीत सिंह सहित अन्य ने संबोधित किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेटकर समानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 सुधीर श्रीवास्तव द्वारा किया गया। इस अवसर पर इंजीनियर शाम्भवी मुद्रा शुक्ला, आशीष कुमार मिश्र, डाॅ0 अवधेश कुमार दीक्षित, डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा, डाॅ0 राज नारायण पाण्डेय, डाॅ0 रमेश मिश्र, इंजीनियर परिमल त्रिपाठी, डाॅ0 अरविन्द कुमार वाजपेयी सहित अन्य प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।


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