"बढ़ते चलो जब तक आपका लक्ष्य हासिल ना हो, बुंदेलखंड की विकास गाथा लिखना ही आपका लक्ष्य" - शिव प्रताप शुक्ल, राज्यपाल हिमाचल प्रदेश

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बढ़ते चलो जब तक आपका लक्ष्य हासिल ना हो, बुंदेलखंड की विकास गाथा लिखना ही आपका लक्ष्य - शिव प्रताप शुक्ल, राज्यपाल हिमाचल प्रदेश


(बचपन एक्स्प्रेस संवाददाता - अजय कुमार, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय)

झाँसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 49वें स्थापना दिवस (26अगस्त2023) के अवसर पर राष्ट्रिय शिक्षा नीति के माध्यम से "उद्यमिता का उन्नयन" विषय पर एक दिवसिय कार्यशाला का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए कहा, " बढ़ते चलो जब तक आपका लक्ष्य हासिल ना हो और आपका (छात्र एवं छात्राएं) लक्ष्य है बुंदेलखंड का विकास, आपको अपने कार्यों से बुंदेलखंड की विकास गाथा लिखनी है "।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति डिग्री के साथ ही प्रयोगात्मक शिक्षा एवं अनुभव को महत्वपूर्ण स्थान देती है। इसके साथ उन्होंने एक जर्मन शोध का संदर्भ दिया जिसमें कहा गया है कि वेदों की भाषा विश्व की भाषा होनी चाहिए। उन्होंने चंद्रयान 3 की सफलता का ज़िक्र किया साथ ही ललित कला विभाग के छात्रों द्वारा चंद्रयान 3 विषय पर बनाई गई पोस्टर प्रदर्शनी का अवलोकन किया साथ ही विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की।

प्रथम पुरस्कार पंकज कुमार, द्वितीय पुरस्कार कामिनी कुशवाहा, तृतीय पुरस्कार मोनिका सिसोदिया एवं विशिष्ट पुरस्कार मोनेश वर्मा को प्रदान किया गया। उन्होंने इस अवसर पर एल्यूमिनी सेल द्वारा आयोजित की जाने वाली अटल व्याख्यान श्रृंखला के पोस्टर का विमोचन किया साथ ही बैंकिंग वित्त एवं अर्थशास्त्र विभाग द्वारा प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के पोस्टर का विमोचन किया।




विशिष्ट अतिथि झाँसी - ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा ने भारत के उन्नत भविष्य के लिए छात्रों से शोध करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि वैद्यनाथ संस्थान द्वारा जल्दी ही विश्वविद्यालय में "बुंदेलखंड कल्चरल एवं रिसर्च सेंटर" की स्थापना की जायेगी जिससे छात्रों को बुंदेलखंड की विभिन्न परंपराओं, संस्कृति, व्यंजन, लोक संगीत, साहित्य आदि के बारे में जानकारी मिल सकेगी।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने आज (26अगस्त2023) इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात की जिसमे उन्होंने 23 अगस्त को प्रतिवर्ष "नेशनल स्पेस डे" मनाये जाने की घोषणा की है साथ ही चंद्रमा के जिस स्थान पर विक्रम यान उतरा है उसे "शिव शक्ति पॉइंट" का नाम दिया है। इसके साथ उन्होंने 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस पर झांसी में दुनिया के पहले हॉकी संग्रहालय का उद्घाटन किया जाएगा।

सारस्वत अतिथि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो सुरेंद्र दुबे ने प्रधानमंत्री के 15 अगस्त के भाषण का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि आने वाला समय वीरांगनाओं के सपनों को साकार करने वाला होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने कहा विद्या अमृत्व का रास्ता है और वह बहुत गौर्वांवित् महसूस कर रहे हैं की विश्वविद्यालय अपना 49वा स्थापना दिवस अमृत काल मे मना रहा है।

उन्होंने बताया की विश्वविद्यालय सात जनपदों के तीन लाख छात्रों को स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी की शिक्षा प्रदान कर रहा है। इसके साथ उन्होंने बताया की प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का चयन प्रदेश के 11 उत्कृष्ट विश्वविद्यालय में किया गया है एवं विश्वविद्यालय द्वारा विगत वर्ष में लगभग 100 एमओयू किए गए हैं जिसमें से 25 अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं।




स्वागत उद्बोधन कुलसचिव विनय कुमार सिंह द्वारा एवं आभार वित्त अधिकारी मोहम्मद वसी द्वारा किया गया। संचालन डॉ अचला पांडे एवं डॉ इरा तिवारी ने किया। इसके पूर्व राज्यपाल को एनसीसी के छात्रों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। स्थापना दिवस की शुरुआत प्रशासनिक भवन में हवन द्वारा की गई जिसमें सभी अतिथियों ने सहभागिता की। इस अवसर पर प्रोफेसर सुनील काबिया, प्रोफेसर सीबी सिंह, प्रो कौशल त्रिपाठी, प्रो आर के सैनी, प्रो देवेश निगम, प्रो अपर्णा राज, प्रो पूनम पुरी, प्रो एस के कटियार, प्रो डीके भट्ट, प्रोफेसर मुन्ना तिवारी प्रो सौरभ श्रीवास्तव, प्रो आलोक कुमार के साथ बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभाग अध्यक्ष शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे।

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