महिलाओं के शिक्षित होने से असमानता होगी खत्मः डाॅ0 दीपशा दूबे

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महिलाओं के शिक्षित होने से असमानता होगी खत्मः डाॅ0 दीपशा दूबे

अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र तथा महिला शिकायत एवं कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा मसौधा गांव में महिला समानता दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर, स्वास्थ केंद्र अवध विश्वविद्यालय की डॉ0 दीपशा दुबे रही। उन्होंने कहा कि समानता दिवस का उद्देश्य है महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर उनके साथ समानता का व्यवहार करना।

इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज भी भारत वर्ष में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो अपने अधिकारों से वंचित हैं और न ही उनके साथ समानता का व्यवहार किया जा रहा है। इसके लिए सभी को साक्षर होना बहुत जरूरी है। इसके विपरीत जहां साक्षरता कम वहां महिलाओं के साथ असमानता का व्यवहार प्रायः देखने को मिलता है। इसलिए सभी लड़कियों को शिक्षित होना बहुत जरूरी है।

कार्यक्रम में डॉ0 दीपशा ने कहा कि परिवार की महिलाएं यदि शिक्षित होगी तो बिना भेदभाव लड़के एवं लड़कियों को पोषित एवं शिक्षित करेंगी। वर्तमान में महिलाओं को अपने लड़कों को यह शिक्षा देनी चाहिए कि वह सभी महिलाओं का सम्मान करें। उन्हें लड़के लड़कियों में भेदभाव नहीं करना चाहिए। उनको सही दिशा में शिक्षित करते हुए उनके पोषण पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि परिवार की बालिकाएं शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहेगी। तो वह समाज की प्रगति के साथ-साथ राष्ट्र की प्रगति में भी अपना योगदान देगी।

कार्यक्रम में महिला अध्ययन केंद्र तथा महिला शिकायत एवं कल्याण प्रकोष्ठ की समन्वयक प्रो0 तुहीना वर्मा ने कहा कि समानता की पहल घर से होनी चाहिए। अगर हम अपने बेटे बेटियों में भेद नहीं करते हैं तो हम समाज को एक सकारात्मक संदेश देंगे। इससे समाजिक असमानता दूर करने में सहायता मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 स्नेहा पटेल ने किया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान ऋषिकेश वर्मा, डॉ0 निहारिका सिंह, श्रीमती वल्लवी तिवारी एवं ग्रामवासी उपस्थित रहें।

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