दीक्षा ज्ञान के सदुपयोग की एक कलाः प्रो0 अशोक कुमार राय
योध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के एलएल.एम. पाठ्यक्रम के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम...


योध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के एलएल.एम. पाठ्यक्रम के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम...
योध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के एलएल.एम. पाठ्यक्रम के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विधि संकायाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार राय ने विद्यार्थियों को दीक्षा का महत्व समझाते हुए कहा कि दीक्षा ज्ञान के सदुपयोग की एक कला है। दीक्षा सद्गुणों की अभिवृद्धि करती है और दुर्गुणों नाश करती है। उन्होंने कहा कि मूल्यपरक शिक्षा के बिना मनुष्य का पोषणीय विकास सम्भव नही है। वर्तमान युग मूल्यों के संरक्षण एवं संवर्धन का है अन्यथा उत्तरदायी नागरिक समाज का निर्माण नहीं हो सकता।
कार्यक्रम में बोलते हुए साकेत पीजी कालेज के विधि विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 अजय कुमार सिंह ने विद्यार्थियों को सर्वदा ज्ञानपिपासु बने रहने का आह्वान करते हुए कहा कि चिर विद्यार्थी बने रहने में ही कल्याण सम्भव है। ज्ञान की अनंत विधाओं का अध्ययन करने में मनुष्य का एक जीवन कम है। कर्तव्यनिष्ठा को बनाए रखते हुए यदि कठोर परिश्रम किया जाए तो जीवन में किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम में डॉ0 सन्तोष कुमार पाण्डेय ने एलएल.एम. के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम से परिचित कराते हुए कहा कि पाठ्यक्रम अध्ययन की दिशा एवं परिधि का निर्धारण करते हैं।
वैकल्पिक विषयों के चयन में अपनी अभिरुचि एवं क्षमता का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। कठिन परिश्रम से किसी भी पाठ्यक्रम को आत्मसात किया जा सकता है। डॉ0 विवेक सिंह ने पुरातन विद्यार्थियों का परिचय कराते हुए उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की उपलब्धियां विभाग को गौरवान्वित करती है और नवागत छात्रों को प्रेरित करती है। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 वंदना गुप्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।