कार्यशाला अवध की सांस्कृतिक एवं पौराणिक तथ्यों को चित्रित करेगीः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल

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कार्यशाला अवध की सांस्कृतिक एवं पौराणिक तथ्यों को चित्रित करेगीः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल



अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक सभागार में मंगलवार को अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा ललित कला विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अवध की कलात्मक धरोहर विषय पर नौ दिवसीय कैनवास एक्रेलिक पेन्टिग कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यशाला का शुभारम्भ विवि की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 गोयल ने कहा कि यह कार्यशाला अवध की धरोहरों को संरक्षित करने का एक व्यापक आधार है। विभाग के शिक्षक एवं प्रतिभागी छात्र-छात्राएं निश्चित रूप से आकर्षक एवं मनमोहक कलाकृतियों का सृजन करते हुए अवध की सांस्कृतिक एवं पौराणिक तथ्यों को चित्रित करेगी। उन्होंने कहा कि कौटिल्य आर्ट गैलरी अपने सृजनात्मक स्वरूप में तैयार होते ही सामान्य जन मानस को अपनी ओर आकर्षित करेगी।

विश्वविद्यालय के केन्द्र में स्थित इस आर्ट गैलरी में निश्चित रूप से लोककला की विभिन्न विधाओं को प्रदर्शित करने वाली अनूठी कृतियाँ होगी जिसके लिए ललित कला विभाग के सभी छात्र-छात्रायें बधाई के पात्र है। कार्यशाला में कुलपति प्रो0 गोयल ने कहा कि अवध विश्वविद्यालय में कौटिल्य आर्ट गैलरी को तैयार किया जा रहा है जिसमें श्रीराम के साथ अवध की कलात्मक धरोहर का भी समावेश किया जाएगा तथा अवध क्षेत्र के विभिन्न विशिष्ट कलाकारों का व्यक्ति चित्र इस गैलरी में प्रदर्शित किया जाएगा। जिससे समस्त जन आकर्षक कलाकृतियों के साथ अवध का मान बढ़ाने वाले सभी कलाकारों एवं सांस्कृतिक धरोहरों का अवलोकन भी कर सकेंगे।

कार्यशाला में कला एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो0 आशुतोष सिन्हा ने बताया कि फाईन आर्ट्स विभाग की छात्र-छात्रायें निरन्तर एक से बढ़कर एक सृजन करते रहे है। जिसमें छात्र-छात्राओं की लगनशीलता, कठिन परिश्रम एवं उनके शिक्षको का सर्वोत्कृष्ट योगदान रहा है। विश्वविद्यालय को सांस्कृतिक एवं पौराणिक प्रतिमान पर स्थापित करने में विभाग का अतुलनीय योगदान रहा है जिसके लिए सभी छात्र-छात्राये बधाई के पात्र है। कार्यशाला में कुलसचिव, डाॅ0 अजंनी कुमार मिश्र ने बताया कि इस कार्यशाला के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम में दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो0 संतशरण मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जो कलाकृतियाँ कलाकार द्वारा निर्मित की जा रही है वे नयनाभिराम होने के साथ ही आत्मिक शान्ति भी प्रदान करती है।

ललित कला (फाईन आर्ट्स) विभाग के समन्वयक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया की नौ दिवसीय पेन्टिग कार्यशाला में फाईन आर्ट्स के शिक्षको के साथ आवश्यकतानुसार बाह्य विशेषज्ञ शिक्षको का निर्देशन प्राप्त करते हुए कौटिल्य आर्ट्स गैलरी का भव्य स्वरूप सृजित किया जायेगा जो विश्वविद्यालय आने वाले लोगो के लिए रमणीक कौतूहल पैदा करेंगा। इस आर्ट् गैलरी मंे प्रदर्शित कलाकृतियों को प्रत्येक छः माह में फाईन आर्ट्स विभाग द्वारा नई-नई कला कृतियों से आच्छादित किया जायेगा।

नौ दिवसीय पेन्टिंग कार्यशाला की सयोजिका डाॅ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि कौटिल्य आर्ट् गैलरी 145 फिट के दायरे में मनमोहक कलाकृतियों के साथ प्रदर्शित होगी। जिसमें 2×2.50 फिट के कैनवास लगभग 54 कलाकृतियाँ प्रथम चरण में प्रदर्शित की जायेगी, जोकि निश्चित रूप से सामान्य जन मानस को अपनी ओर आकर्षित करेंगी। इस अवसर पर फाईन आर्ट्स विभाग के शिक्षको द्वारा निर्मित 4×4 फिट आकार की मनमोहक रिलीफ पेन्टिंग कुलपति को भेंट की गई।

कार्यशाला का संचालन प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 सरिता द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर आयोजन सचिव श्रीमती रीमा सिंह, आयोजन समित के सदस्य प्रो0 मृदुला मिश्रा, डाॅ0 अलका श्रीवास्तव, डाॅ0 प्रिया कुमारी, श्रीमती सरिता सिंह,श्री आशीष प्रजापति, श्री कविता पाठक, के साथ अंजली, विमल, सूरज, सुमन, विजमा, पायल, आयुषी, संयुक्ता, आकर्ष, ऐश्वर्य गैर शैक्षणिक कर्मचारी, दिलीप पाल, विजय कुमार शुक्ला, हीरा लाल यादव, शिवशंकर यादव एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।

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