गणित सभी विषयों की जननी हैः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल

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गणित सभी विषयों की जननी हैः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल

अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गणित एवं साख्यिकी विभाग में राष्ट्रीय गणित सप्ताह-2023 के अंतर्गत “रिसेंट एडवांसेज इन मैथमेटिकल एवं कंप्यूटेशनल साइंसेज” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ हुआ। संगोष्ठी के उद्घाटन की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने विद्यार्थियों से कहा कि गणित एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है।

क्योंकि गणित ही अन्य विषयों के ज्ञान का आधार है। उन्होंने कहा कि शून्य भारतीय गणितज्ञों की ही देन है। कुलपति ने हिन्दसा के बारे में बताते हुए कहा कि न्यूमरल शब्द भारत की खोज है और गणित सभी विषयों की जननी है। बिना गणित के कुछ भी संभव नहीं है। कार्यक्रम में कुलपति प्रो0 गोयल ने गणित की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संगीत से लेकर हिंदी तक का संतुलन गणित से ही संभव है। हिंदी के महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि गणित विषय विशाल पर्वत गौरीशंकर के शिखर के समान है। निश्चित ही यह संगोष्ठी सभी शोधार्थियों, विद्यार्थियों के लिए एक दिशा प्रदान करेगी।

संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में बतौर मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रो0 श्याम किशोर ने वैदिक गणित एवं अनुप्रयोग विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि वेदों की भाषा संस्कृत है। उन्होंने वैदिक गणित के 16 सूत्र एवं 13 उपसूत्रों की व्याख्या करते हुए उनसे जोड़, घटाना, गुणा, भाग समीकरणों का हलवर्ग इत्यादि को उदाहरण के साथ बताया।

कार्यक्रम में द्वितीय वक्ता प्रो. पुनीत मिश्रा कंप्यूटर विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग टाइम सीरीज एंड रियल वर्ल्डएप्लीकेशन विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने व्याख्यान में डाटा एवं कंप्यूटेशन को उदाहरण के साथ प्रस्तुत किया। प्रो. मिश्र ने टाइम सीरीज एवं मशीन लर्निंग की व्याख्या करते हुए कहा कि गणित एवं सांख्यिकी ही मशीन लर्निंग, डाटा साइंस का आधार है। मशीन लर्निंग के प्रयोग से विभिन्न गम्भीर बीमारियों कैंसर इत्यादि का पता बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है। संगोष्ठी के स्वागत उद्बोधन में विभागाध्यक्ष प्रो0 संत शरण मिश्र ने गणित की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वेदांग ज्योतिष में गणित की महत्ता का विशेष उल्लेख है। भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन एक मैथमेटिक्स जीनियस रहे है।

संगोष्ठी का अतिथियों द्वारा माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन एवं विश्वविद्यालय कुलगीत के साथ हुआ। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम विभाग के वरिष्ठ प्रो. सी के मिश्र की देखरेख में शुरू हुआ। टेक्निकल सत्र की अध्यक्षता डॉ. पी.के. द्विवेदी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. एस.के. रायजादा ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अभिषेक सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. संदीप रावत, डॉ. अर्जुन सिंह, डॉ. त्रिलोकी यादव, डॉ. अरविन्द बाजपेई, अनामिका पाठक, शालिनी मिश्रा, संघर्ष सिंह, देवेन्द्र सिंह, स्वाति उपाध्याय, अनुराग सोनी, आभास मिश्र, सचिन कुमार, पंकज कुमार शुक्ला, श्रद्धा पटेल, संगीता गौतम, अर्चना जायसवाल, प्रियंका,कर्मजीत राजपूत,ललित कुमार सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।

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