एनारोबिक बैक्टीरिया से शरीर में संक्रमण कहीं भी हो सकता हैः डाॅ0 ओम प्रकाश
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग में बुधवार को ‘‘अवयवीय सूक्ष्मजीव‘‘(एनरोबिक बैक्टीरियां) विषय पर एक दिवसीय...
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग में बुधवार को ‘‘अवयवीय सूक्ष्मजीव‘‘(एनरोबिक बैक्टीरियां) विषय पर एक दिवसीय...
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग में बुधवार को ‘‘अवयवीय सूक्ष्मजीव‘‘(एनरोबिक बैक्टीरियां) विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सिंबायोसिस यूनिवर्सिटी, पूना के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० ओम प्रकाश रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि एनारोबिक बैक्टीरिया से संक्रमण शरीर में कहीं भी हो सकता हैं।
यह मुंह या फेफड़े, मधुमेह से संबंधित पैर के संक्रमण और गैंग्रीन हो सकते हैं। संक्रमित व्यक्ति को संक्रमण का कारण बनने वाले विशिष्ट बैक्टीरिया का पता लगाना जरूरी है। इससे उपचार चुनने में मदद मिलेगी है। उन्होंने एनारोबिक बैक्टीरिया और उससे संबंधित विषयों के बारे में बताया कि 30 प्रतिशत एनारोबिक बैक्टीरिया को ही कृत्रिम मीडियम पर कल्चर कर सकते है। जबकि 70 प्रतिशत को आसानी से कल्चर नही कर सकते है। दो डाइमेंशनल तरीके के द्वारा एनारोबिक बैक्टीरिया को अधिक मात्रा में कल्चर कर सकते है।
कार्यक्रम में सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 तुहिना वर्मा ने अतिथि का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डाॅ0 रंजन सिंह, डाॅ0 सोनी तिवारी, आजाद पटेल, पीएचडी शोधकर्ता और एमएससी के छात्र मौजूद रहे।