भित्ति चित्रकला भारत की प्राचीन थातीः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल

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भित्ति चित्रकला भारत की प्राचीन थातीः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल
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अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में 20 दिवसीय भित्तिचित्र कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। ललित कला विभाग, प्रौढ़ एवं सतत शिक्षा विभाग तथा फैशन डिजाइनिंग विभाग के संयुक्त संयोजन में आयोजित कार्यशाला में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने हनुमान जी के चित्र में रंग भरकर शुभारम्भ किया। कुलपति ने बताया कि भित्ति चित्रकला सबसे पुरानी चित्रकला है।

इसमें रचनाधर्मिता के लिए काफी अवसर होते है। इससे छात्रों में चित्रकला को निखारने का पर्याप्त अवसर होता है। भित्ति चित्रकला भारत की प्राचीन चित्रकारी की थाती है। कुलपति प्रो0 गोयल ने आशा व्यक्त की कि इस कार्यशाला में सहभागी विद्यार्थियों द्वारा दीवारों पर कलाकृतियों को उकेर कर यादगार बनायेंगे और आम जनमानस आकर्षित करेंगे। ललित कला के समन्वयक डॉ0 सुरेंद्र मिश्र, डॉ0 सरिता द्विवेदी, सरिता सिंह, रीमा सिंह, विनीता पटेल, शालिनी पांडे, इंजीनियर रवि तिवारी एवं प्रतिभागी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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