जेनेटिक इंजीनियरिंग में सुखद भविष्यः डाॅ0 चित्रांशु
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के बायोकेमेस्ट्री विभाग में पीएम उषा के साॅफ्ट कंपोनेंट के अंतर्गत जेनेटिक इंजीनियरिंग विषय पर पांच...


अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के बायोकेमेस्ट्री विभाग में पीएम उषा के साॅफ्ट कंपोनेंट के अंतर्गत जेनेटिक इंजीनियरिंग विषय पर पांच...
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के बायोकेमेस्ट्री विभाग में पीएम उषा के साॅफ्ट कंपोनेंट के अंतर्गत जेनेटिक इंजीनियरिंग विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हुई। इस कार्यशाला के अंतिम दिन मुख्य वक्ता डॉ0 चित्रांशु पांडे, शोध वैज्ञानिक लाइफ साइंसेज लखनऊ ने जेनेटिक इंजीनियरिंग के टूल्स और टेक्निक्स पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इसके उपयोग से मानव अपने जीवन को बेहतर बना सकता है। आज जेनेटिक इंजीनियरिंग की मांग काफी है। इसमें सुखद भविष्य देख सकते है।
इस कार्यशाला के दूसरे वक्ता डॉ0 कपिल गुप्ता ने ट्रांसजेनिक क्रॉप और पर्यावरण एवं मानव जीवन पर होने वाले सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभावों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो0 फर्रूख जमाल ने की। उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला प्रतिभागियों के लिए बहुत उपयोगी होगा। कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया एवं फीडबैक प्राप्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 पंकज सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो0 नीलम पाठक, डॉ0 संग्राम सिंह, डॉ0 नीलम यादव, डॉ0 शिवी श्रीवास्तव, डॉ0 मणिकांत त्रिपाठी, डॉ0 प्रदीप कुमार सिंह, कल्पना वर्मा व अन्य उपस्थित रहे।