दीक्षांत समारोह-2025 के उपलक्ष्य में गोद लिए गए विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

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दीक्षांत समारोह-2025 के उपलक्ष्य में गोद लिए गए विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
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ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में दशम दीक्षांत समारोह के अवसर पर, कुलाधिपति कार्यालय के आदेशानुसार तथा कुलपति प्रो. अजय तनेजा के नेतृत्व में, विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गाँवों के विद्यालयों में विविध सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

कक्षा 3 से 5 एवं 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए चित्रकला, गायन, कहानी वाचन और भाषण प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। बच्चों ने पूरे उत्साह और रचनात्मकता के साथ भाग लेते हुए अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम में डॉ. नलिनी मिश्रा, सांस्कृतिक समिति की अध्यक्षा एवं राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक, मुख्य रूप से उपस्थित रहीं। उनके साथ लेफ्टिनेंट डॉ. बुशरा अल्वेरा (एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर) एवं डॉ. रामदास भी मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. आफरीन फ़ातिमा, डॉ. आयुष मिश्रा, डॉ. अराधना अस्ताना, डॉ. दीक्षा मिश्रा, डॉ. श्वेता त्रिवेदी और डॉ. जिया जाफ़री का विशेष सहयोग रहा।

इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा कि “विद्यालय स्तर पर बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करना न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है बल्कि उनमें सांस्कृतिक मूल्यों की जड़ों को भी मज़बूत करता है। विश्वविद्यालय सदैव समाज और शिक्षा के बीच इस सेतु की भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

डॉ. नलिनी मिश्रा ने अपने वक्तव्य में कहा कि “यह आयोजन ग्रामीण विद्यालयों के बच्चों में छिपी हुई प्रतिभा को सामने लाने का सशक्त माध्यम है। उनकी रचनात्मकता और आत्मविश्वास देखकर यह स्पष्ट है कि यदि उन्हें अवसर मिले तो वे भी उच्च उपलब्धियाँ प्राप्त कर सकते हैं।”

इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों की रचनात्मक अभिव्यक्ति को मंच प्रदान करना, उनमें आत्मविश्वास का संचार करना तथा सांस्कृतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करना था। विश्वविद्यालय परिवार इस अवसर पर सभी सहयोगियों का हार्दिक आभार व्यक्त करता है।

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