पौधरोपण कर बीबीएयू ने मनाया 25वां स्थापना दिवस
लखनऊ, 10 जनवरी । बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के 25वें स्थापना दिवस समारोह पर रविवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस...
लखनऊ, 10 जनवरी । बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के 25वें स्थापना दिवस समारोह पर रविवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस...
लखनऊ, 10 जनवरी । बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के 25वें स्थापना दिवस समारोह पर रविवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर विवि परिसर में पौध रोपण के साथ ही "स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर" थीम पर ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ।
गूगल मीट के माध्यम से आयोजित स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि, विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रकाश सी. बरतूनिया ने कहा कि कई क्षेत्रों में विश्वविद्यालय प्रगति कर रहा है, देश के सर्वश्रेष्ठ केंद्रीय विश्वविद्यालयों की सूची में हमारे विवि ने नौंवे पायदान पर अपनी जगह बनाई है। विश्वविद्यालय को ग्रीन सर्टिफिकेट भी प्राप्त हुआ, एनआईआरएफ रैंकिंग भी सुधरी तथा यहां के 7 शिक्षक व कुलपति स्वयं विश्व के सर्वश्रेष्ठ दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में शामिल होकर विवि को नई पहचान दी है। इन सभी उपलब्धियों के लिए विश्वविद्यालय परिवार बधाई का पात्र है।
मुख्य वक्ता नंद कुमार, अखिल भारतीय संयोजक, प्रज्ञा प्रवाह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि बाबासाहेब के नाम पर स्थापित यह विश्वविद्यालय उनके आदर्शों के अनुरूप ही आगे बढ़ रहा है और प्रतिदिन प्रगति पथ पर अग्रसर है। बाबासाहेब ने स्वपरिश्रम के द्वारा जो ख्याति और सम्मान प्राप्त किया। वह किसी सामान्य व्यक्ति के लिए मुश्किल कार्य है।
उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें यह सोचने की आवश्यकता है कि जब हम अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे होंगे, तब हमारा विमर्श क्या होगा? उन्होंने भारत की प्रगति के लिए सही मार्गदर्शन प्राप्त करने की बात करते हुए कहा कि ब्रिटिश इतिहासकारों द्वारा लिखे इतिहास को पुनः सही तरीके से लिखने की आवश्यकता है, क्योंकि वह इतिहास भारत की सही व्याख्या नहीं करता।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि हम अपने विद्यार्थियों में "शिक्षार्थ आइए और सेवार्थ जाइये" का भाव विकसित कर रहे हैं, इस दिशा में विश्वविद्यालय में न सिर्फ शैक्षणिक कार्य बल्कि समाज कल्याण से जुड़े कार्य भी किए गए हैं। चाहे कोविड-19 व लॉकडाउन के दौरान हुई सामाजिक गतिविधियां हो या विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए पांच गांव के विकास से जुड़े कार्य हो, समय-समय पर विश्वविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी समाज की बेहतरी में अपना योगदान देते रहते हैं।
प्रो. गोविंद पांडेय ने सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का कार्यक्रम में स्वागत किया तथा कार्यक्रम की विषय वस्तु के बारे में सभी को अवगत कराया । कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजश्री द्वारा किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार