भारत योग के माध्यम से समूचे विश्व को दिखा रहा नई राहः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं...
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं...
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अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने एक साथ योग किया गया। योग कार्यक्रम का शुभारम्भ कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल एवं योग समन्वयक प्रो0 एसएस मिश्र, कुलसचिव डाॅ0 अंजनी कुमार मिश्र, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ द्वारा माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके किया।
ओम के उच्च्चारण के साथ योग के प्राणायामों से कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इसके उपरांत योग शिक्षक गायत्री वर्मा व आलोक तिवारी ने ताड़ासन, कटिचक्रासन, अर्द्धचक्रासन, दण्डासन, भद्रासन सहित कई अन्य योगासन लोगों को कराया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो0 गोयल ने सर्वप्रथम समस्त को 10 वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग भारतीय ज्ञान परम्परा की अमूल्य धरोहर है। इसके बल पर समूचा भारत न केवल स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहा है। बल्कि पूरे विश्व को एक नई राह दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि यह केवल दसवां अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस नहीं है बल्कि युगो युगो से भारत पूरे विश्व को योग की दिशा में मार्ग-दर्शन कर रहा है।
भारत के ऋषि मुनि के अनुपम उपहार योग को अपनाकर आमजनमानस लाभान्वित हो रहा है। इससे व्यक्ति अपने सेहत को अच्छा रखने के साथ परामात्मा से जुड़ाव महसूस कर रहा है। कार्यक्रम में कुलपति प्रो0 गोयल ने कहा कि योग जीवन को साधने की कला है। यह कहीं भी किसी भी मौसम में किसी भी उम्र में किया जा सकता है। इसे जीवन में अपनाने से तनाव को कम कर सकते है। अंत में कुलपति ने सभी से कहा कि योग को संकल्प के साथ जीवन में अपनाएं एवं सुखी और समृद्ध जीवन व्यतीत करें।
योग समन्वयक प्रो0 संत शरण मिश्र ने अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत सहित 177 देशों में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इसमें भारत की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि योग प्राचीन भारतीय ज्ञान मनीषा का अनुपम उपहार है। जो विश्व की मानवता के लिए है और आज पूरा विश्व योग कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग आसन प्राणायाम ही नही है।
बल्कि सभी के साथ परामात्मा से जुड़ने का माध्यम है। इस विधा को अपने जीवन में उतारकर शांतिमय जीवन जी सकते है। कार्यक्रम का संचालन योग शिक्षक अनुराग सोनी द्वारा किया गया। इस योग कार्यक्रम में प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 राजीव गौण, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 गंगाराम मिश्र, प्रो0 चयन कुमार, प्रो0 सिद्वार्थ शुक्ल, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, उपकुलसचिव दिनेश कुमार मौर्य, डाॅ0 रीमा श्रीवास्तव, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं व यूपी 65 एनसीसी बटालियन के कैडेट्स शामिल रहे।