अवध विवि की छात्राओं ने नाटक के माध्यम से गांव की बालिकाओं को किया जागरूक

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अवध विवि की छात्राओं ने नाटक के माध्यम से गांव की बालिकाओं को किया जागरूक



अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र तथा महिला शिकायत एवं कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा माधवपुर, मसौधा गांव के प्राथमिक विद्यालय में अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर गांव की बालिकाओं को नाटक के माध्यम से समाज में व्याप्त लैंगिक अपराधों के प्रति जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त उन्हें गुड तथा बैड टच की जानकारी दी गई।

इसमें विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा पांच से बारह साल के बच्चों को अच्छे व बुरे स्पर्श के बारे में अवगत कराया गया। कार्यक्रम के दौरान गांव की बालिकाओं को विश्वविद्यालय की छात्राओं ने नाटक के माध्यम से समाज में व्याप्त विषम परिस्थितियों से अवगत कराया गया। दूसरी ओर विषम परिस्थितियों से कैसे निपटना जाए इसका प्रशिक्षण नाटक के माध्यम से दिया गया। नाटक की रूपरेखा व्यावहारिक मनोविज्ञान की शिक्षिका डॉ0 प्रतिभा त्रिपाठी द्वारा तैयार की गई। प्रस्तुतीकरण छात्रा श्रेया पाण्डेय तथा साक्षी पाण्डेय द्वारा किया।

कार्यक्रम में सेल की कोऑर्डिनेटर डॉ0 महिमा चैरसिया ने बताया कि छोटी उम्र की बालिकाएं भावनाओं, क्रिएटिविटी तथा एनर्जी से भरी होती हैं। उनके साथ कोई अनहोनी घटना हो जाती है तो उसके मनोभावों पर पड़ता है। इससे वे असहज महसूस करने लगती है।

इसीलिए सभी माता-पिता का मुख्य कर्तव्य है कि अपनी बेटियों को अच्छे तथा बुरे स्पर्श के बारे में बताएं और उनको समझाए कि यदि किन्हीं किसी परिस्थितियों में बालिकाओं के साथ इस तरह के आपत्तिजनक कृत्य होता है तो उसका विरोध करें और अपने माता पिता के साथ एवं शिक्षण-संस्थानों में शिक्षकों एवं सम्बन्धित अधिकारियों को बेझिझक बताए। क्योंकि ऐसा देखा जाता है कि समाज में जो लोग बहुत नजदीक होते हैं वही बच्चों के साथ दुष्कर्म करते हैं।

परिवार में सहज वातावरण बनाए और बालिकाएं खुलकर अपनी बातें माता पिता के समक्ष रखे। कार्यक्रम का संचालन गायत्री वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान ऋषिकेश वर्मा, सहायक शिक्षका गरिमा पाण्डेय, श्रेया पाण्डेय, साक्षी पाण्डेय, दीप्ती पाठक, आफरीन रिजवी, काजल पाण्डेय, ऐरिका सिंह, शशिकांत, रजनीश मिश्रा व प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहें।

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