खादी आज हर व्यक्ति की पहचान बनीः निदेशक नितेश धवन
खादी पारंपरिक वेश भूषा से लेकर अनेक उत्पादों का केन्द्रः प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में व्यवसाय प्रबन्ध...
खादी पारंपरिक वेश भूषा से लेकर अनेक उत्पादों का केन्द्रः प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में व्यवसाय प्रबन्ध...
खादी पारंपरिक वेश भूषा से लेकर अनेक उत्पादों का केन्द्रः प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में व्यवसाय प्रबन्ध एवं उद्यमिता विभाग एवं खादी एवं ग्रामोद्योग अयोग भारत सरकार के संयुक्त संयोजन में ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने हेतु एक दिवसीय संगोष्ठी का अयोजन किया गया। कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग के निदेशक नितेश धवन ने ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए खादी के उत्पादों को जनजन तक पहुॅचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि खादी आज हर व्यक्ति की पहचान बन चुकी है। सभी इसे अपने आय के सामर्थ ले भी रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में खादी के नवीन एवं आधुनिक उत्पाद लोगो की पहली पसन्द बन रहे है। विद्यार्थियों द्वारा नवीन उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। इससे युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकेंगे। साथ ही आधुनिकतम तकनीक से नये उत्पादों को सस्ते में उत्पादित भी किया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह ने बताया कि खादी पारंपरिक वेश भूषा से लेकर अनेक ऐसे उत्पादों का केन्द्र है। इससे उपभोक्ताओं के जीवन में अमूल चूल परिवर्तन ला सकते है। उन्होंने कहा कि कम कीमत में आधुनिकतम सेवा का सुनहरा अवसर केवल खादी के उत्पादों में है। जो इसकी रोचकता को और बढ़ा देती है। कार्यक्रम के मुख्या वक्ता प्रो0 अनिल कुमार ंिसंह कुलानुशासक का0सु0 साकेत महाविद्यालय अयोध्या ने बताया कि खादी एवं ग्रामीण उद्यमिता हमारे सकल घरेलू उत्पाद बढ़ाने में अत्यन्त महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा ने बताया कि खादी एक विचार, जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का अत्यन्त महत्वपूर्ण अंग है। प्रो0 राणा रोहित सिंह ने बताया कि खादी को राष्ट्र की उन्नति एवं विकास का प्रमुख अंग है। विद्यार्थियों को खादी एवं ग्रामीण उद्यमिता के प्रति चल रहे विभिन्न आयोजनों से मिल रही आकर्षक सरकारी योजनाओं को जानना चाहिए।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के मध्य वाद विवाद प्रतियोगित हुई जिसमें रचित मिश्रा, अमृता सिंह, एवं आर्यन विजयी रहे। वहीं निबंध प्रतियोगिता में वत्सला, सुहानी, आंचल व कोमल वर्मा विजयी रही। इन्हें पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम मंे डाॅ0 प्रियंका सिंह, डाॅ0 महेन्द्र पाल सिंह, डाॅ0 आशीष पटेल, डाॅ0 श्रीष अस्थाना, डाॅ0 निमिष मिश्रा, डाॅ0 योगेश दीक्षित, डाॅ0 अंशुमान पाठक, डाॅ0 सूरज सिंह, डाॅ0 राकेश कुमार, डाॅ0 कपिल देव, कीर्तिमान ओझा, आशाराम, संतराम सहित अन्य मौजदू रहे।