स्टैटिकल एनालसिस यूजिंग एसपीएसएस विषय पर कार्यशाला का आयोजन

  • whatsapp
  • Telegram
स्टैटिकल एनालसिस यूजिंग एसपीएसएस विषय पर कार्यशाला का आयोजन
X

शोध छात्रों को सांख्यिकीय की जानकारी होनी चाहिएः प्रो0 गोविन्द

शोध में एसपीएसएस सॉफ्टवेर उपयोगीः डॉ0 सुभाष यादव

अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग और बचपन एक्सप्रेस लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को स्टैटिकल एनालसिस यूजिंग एसपीएसएस विषय एक दिवसीय वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस कार्यशाला के शुभारम्भ में बाबासाहब भीमराव अम्बेडकर केंन्द्रीय विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभागाध्यक्ष प्रो0 गोविंद जी पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया। कहा कि शोध छात्रों को सांख्यिकीय की जानकारी होनी चाहिए। इसका उपयोग हर क्षेत्र में है। इसकी बदौलत आसानी से निष्कर्ष पर पहुॅचा जा सकता है। प्रथम सत्र में प्रो0 शशीभूषण, लखनऊ विश्वविद्यालय ने शोध में आँकड़ो के संग्रहण और उसके नार्मल डिस्ट्रीब्यूशन पर चर्चा की। उन्होंने शोधार्थियों और शिक्षकों से कहा कि शोध की शुरुआत में ही उपकल्पना ऐसी बनानी चाहिए जिससे आसानी से परीक्षण किया जा सके।

वहीं द्वितीय सत्र में डॉ0 सुभाष यादव, एसोसियेट प्रोफेसर, बाबसाहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय ने पैरामेट्रिक टेस्ट के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस तरह से सॉफ्टवेयर की सहायता से समस्या का समाधान किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने शोधार्थियों को एसपीएसएस सॉफ्टवेर समस्याओं के समाधान में उपयोग लाया जा सकता है। अंतिम तकनीकी सत्र में डॉ0 दुष्यंत त्यागी, शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय ने नानपैरामेट्रिक टेस्ट के बारे में बताया। इस कार्यशाला के तकनीकी सत्र में विशेषज्ञों द्वारा एसपीएसएस, पैरामेट्रिक और नॉन पैरामेट्रिक परीक्षण पर शोधार्थियों को प्रशिक्षित किया गया। इस कार्यशाला में बचपन एक्सप्रेस की प्रधान संपादक श्रीमती मीना पांडेय द्वारा संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया। मौके सह संयोजक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में शोधार्थी आॅनलाइन जुड़े रहे।

Next Story
Share it