पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने मनाया भारतीय समाचार-पत्र दिवस

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पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने मनाया भारतीय समाचार-पत्र दिवस
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अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में भारतीय समाचार-पत्र दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़ कर अपने विचार रखे। एमसीजे समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने भारतीय समाचार-पत्र की ऐतिहासिक मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका श्रेय जेम्स आगस्टस हिक्की को जाता है।


क्योंकि हिक्की के अतुलनीय योगदान के कारण ब्रिटिश सरकार के कार्यकाल में समाचार-पत्र की शुरूआत हो सकी। यहीं स्वतंत्रता आन्दोलन की मार्गदर्शिका बनी। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता ने जो मुकाम हासिल की हैै उसमें हिक्की सहित कई विद्वान पत्रकारों के सघषों का प्रतिफल है। डाॅ0 आरएन पाण्डेय ने कहा कि जेम्स आगस्टस हिक्की पत्रकारिता जगत के स्तम्भ माने जाते है। निर्भिकता के साथ ब्रिटिश कम्पनी के भ्रष्टाचार व उनके खिलाफ आवाज उठाई। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष पत्रकारिता लोकतंत्र की आत्मा होती है।

संगोष्ठी को छात्र-छात्राओं ने भी संबोधित किया। छात्रा एकता ने कहा कि अभिव्यक्ति का एक शक्तिशाली माध्यम समाचार-पत्र है। ग्रेसी यादव ने कहा कि हिक्की का योगदान अविस्मरणीय है। भारतीय पत्रकारिता जगत की अलख जगाने वाले वे प्रथम व्यक्ति माने जाते है। वैभवी आहूजा ने भारतीय समाचार-पत्र को लोकतंत्र का पर्व बताया। कल्पना पाण्डेय ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन समाचार-पत्रों के अतुलनीय योगदान को कैसे भुलाया जा सकता है। अदिती पाठक ने कहा कि समाचार-पत्र समाज में जनवाणी का कार्य करते है। इससे समरसता की भावना जाग्रत होती है।

शगुन जायसवाल ने कहा कि पत्रकारिता के मूल्यों एवं मानदण्डों को बनाये रखना होगा। महिमा ने कहा कि पत्रकारित एक मिशन है। इसके उद्देश्यों पर कार्य करना होगा। सृष्टि कौशल ने समाचार-पत्रों को स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रतीक के रूप बताया। साक्षी यादव ने कहा कि भारतीय समाचार-पत्र का श्रेय जेम्स आगस्टस हिक्की को जाता है। छात्र दयानंद तिवारी ने बताया कि आगस्टस हिक्की ने लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा के लिए अपनी ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। कार्यक्रम का सचंालन वैभवी ने किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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