आतंकवाद के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब देगी भारतीय सेना - कर्नल डॉ. बिजेंद्र
आचार्य नरेंन्द्र देव कृषि एवं अवध विवि ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर‘ के सम्मान में निकाली तिरंगा यात्रा अयोध्या। आचार्य नरेंन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक...


आचार्य नरेंन्द्र देव कृषि एवं अवध विवि ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर‘ के सम्मान में निकाली तिरंगा यात्रा अयोध्या। आचार्य नरेंन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक...
आचार्य नरेंन्द्र देव कृषि एवं अवध विवि ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर‘ के सम्मान में निकाली तिरंगा यात्रा
अयोध्या। आचार्य नरेंन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय एवं डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल (डॉ.) बिजेन्द्र सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर के अन्तर्गत सेना के जवानों के सम्मान में रविवार को सुबह-सुबह तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह तिरंगा यात्रा अवध विवि के सरदार वल्लभभाई पटेल प्रशासनिक भवन से शुरू होकर, नाका, मकबरा, पुष्पराज चैराहे से होते हुए डोगरा रेजिमेंट क्षेत्र के वार मेमोरियल पर समाप्त हुई। कर्नल (डॉ.) सिंह तिरंगा यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे और उनके बगल एनसीसी के कैडेट हाथ में तिरंगा झंडा लिए कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। इस दौरान विश्वविद्यालय की छात्र-छात्राएं, अधिकारीगण, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, कर्मचारी एवं एनसीसी, एनएसएस के स्वयंसेवक हाथ में तिरंगा लिए भारत माता के जयघोष के साथ देश भक्ति एवं राष्ट्रीय गौरव व साहस की भावना से ओतप्रोत होकर आगे बढ़ते रहे। तिरंगा यात्रा के डोगरा रेजिमेंट क्षेत्र के वार मेमोरियल पर पहुँचने पर कुलपति सहित अन्य ने जांबाज सेनाओं के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर कुलपति कर्नल (डॉ.) बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश जब भी आतंकवाद करेगा, ऑपरेशन सिन्दूर की तरह हमारी सेना माकूल जवाब देगी। सेना के जवानों ने 7 मई को 23 मिनट में पड़ोसी मुल्क को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमारी तीनों सेनाओं और हमारे 140 करोड़वासी के जज्बे के आगे पाकिस्तान को देश के सामने झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि पड़ोसी मुल्क पर कभी भी विश्वास नही किया जा सकता है। धोखा देना उसकी फितरत में है इसलिए हमारी भारतीय सेना किसी भी समय ऑपरेशन के लिए तैयार रहती है। कुलपति ने कहा कि देश की सरहद काफी बड़ी और दुर्गम है। माइनस डिग्री तापमान में भी हमारी सेनाएं तत्पर और मुस्तैद हैं। पड़ोसी मुल्क कभी भी हमारी सरहद की ओर आँख उठाकर देख नही सकता है। पहलगाम में जिस तरह हमारी 26 माँ, बहनों के सिन्दूर को मिटाया और जघन्य हत्याएं की वह कितना दर्दनीय रहा और इसकी परिकल्पना नही की जा सकती। कुलपति ने कहा कि हमार लक्ष्य आतकंवाद को समाप्त करना है। हम सभी आतंकवाद के प्रति इतने सजग है, उसे उसी की भाषा में जवाब देंगे।
डोगरा रेजिमेंट के ब्रिगेडियर के० रंजीव सिंह ने कहा कि सिन्दूर ऑपरेशन की सफलता और उसके जो नतीजे निकले है वह तिरंगा यात्रा सेनाओं के मनोबल को बढ़ाती है। शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी आने वाले दिनों में देश का भविष्य हैं। जब भारत के ऊपर दूसरा देश आन्तरिक स्तर पर हरकत करे तो देश एक साथ खड़ा होकर उसका मुकाबला कर सकता है। दुश्मन को माकूल जवाब दे सकता है। भारतीय सेना और फौजी दस्ते तीन मेजर लड़ाई लड़ चुके हैं। ये पांचवी लड़ाई है। यह किस तरफ रूख लेगी इसके बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। सेनाओं की जवाबी कार्यवाही में पड़ोसी मुल्क को काफी नुकसान पहुँचाया गया है। इसका नतीजा देश की लीडरशिप ने दिया। भारत की तीनों सेनाए सक्षम है। किसी भी खतरे को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। दुश्मन देश को सिर उठाने के लिए काफी साल लगेगा। सभी देश हित के लिए दिल लगाकर कार्य करें।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर जितेन्द्र शर्मा, लेफ्टिनेंट डाॅ0 नवीन कुमार, कुलसचिव प्रो. संत शरण मिश्र, कुलपति के सचिव डॉ. जसवंत सिंह, कृषि अधिष्ठाता डॉ. डी.के सिंह, निदेशक प्रसार डॉ. राम बटुक सिंह, लेफ्टिनेंट डॉ नवीन कुमार सिंह, डॉ देवनारायण पटेल, डॉ अजय राजभर, परीक्षा नियंत्रक प्रो. सिद्धार्थ शुक्ल, प्रो० आशुतोष सिन्हा, प्रो. चयन कुमार मिश्र, प्रो. फर्रुख जमाल, प्रो. गंगाराम मिश्र, प्रो. के.के. वर्मा, प्रो. विनोद श्रीवास्तव, प्रो .शैलेन्द्र वर्मा, प्रो. सुरेन्द्र मिश्र, डॉ. राना रोहित सिंह, डॉ. विनोद चैधरी, डॉ. अवध नरायन सहित दोनों विश्वविद्यालय के आचार्य, सह आचार्य, सहायक आचार्य, एनसीसी, एनएसएस व छात्र-छात्राएं तिरंगा यात्रा में शामिल रहे।