भाषा विश्वविद्यालय ने शुरू किया टीबी मुक्त भारत मुहीम
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस 17 सितम्बर पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ विशेष सामाजिक उत्तरदायित्व...


लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस 17 सितम्बर पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ विशेष सामाजिक उत्तरदायित्व...
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस 17 सितम्बर पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ विशेष सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम का आयोजन करेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय 79 क्षय रोग (टीबी) से पीड़ित मरीजों को गोद लेगा और उनके उपचार, सहयोग एवं पुनर्वास में सक्रिय योगदान देगा।
यह पहल विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की माननीया राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन और प्रेरणा से प्रारम्भ की जा रही है। श्रीमती पटेल लगातार सामाजिक उत्तरदायित्व आधारित गतिविधियों के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों को प्रोत्साहित करती रही हैं। उनका मानना है कि विश्वविद्यालय केवल शिक्षा तक सीमित न रहकर समाज की सेवा और जनकल्याण में भी सक्रिय भूमिका निभाएँ। इसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय ने यह संकल्प लिया है।
कुलाधिपति की प्रेरणा से विश्वविद्यालय परिवार के शिक्षकगण, अधिकारी एवं कर्मचारी इस अभियान में सहयोग करेंगे। अपनी क्षमता अनुसार इच्छुक सदस्य भी मरीजों को गोद ले सकेंगे। प्रधानमंत्री का लक्ष्य वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है, जबकि संयुक्त राष्ट्र का लक्ष्य वर्ष 2030 निर्धारित है। विश्वविद्यालय का यह अभियान स्पष्ट संदेश देता है कि टीबी से लड़ाई केवल दवा से नहीं, बल्कि समाज की भागीदारी और पोषण समर्थन से ही संभव है।
इस अभियान के अंतर्गत विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग में 30 मिनट का विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का संयोजन नोडल अधिकारी डॉ. नीरज शुक्ला द्वारा किया जाएगा, जबकि डॉ. नलिनी मिश्रा भी कार्यक्रम के समन्वय में सक्रिय भूमिका निभाएँगी।
इस पहल पर कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा कि “यह पहल न केवल मरीजों के जीवन में सुधार लाएगी, बल्कि समाज में जागरूकता और सहयोग की भावना को भी मज़बूत करेगी। हमारे विश्वविद्यालय के लिए यह गर्व का विषय है कि हम राष्ट्रीय संकल्प ‘टीबी मुक्त भारत’ की दिशा में अपना योगदान दे पा रहे हैं।”