हरियाणा स्थापना दिवस का ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में भव्य आयोजन किया गया,

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हरियाणा स्थापना दिवस का ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ  में भव्य आयोजन किया गया,
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लखनऊ, 1 नवम्बर 2025।

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ में हरियाणा स्थापना दिवस का आयोजन अत्यंत उत्साह, सांस्कृतिक गरिमा और राष्ट्रीय एकता की भावना के साथ संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निर्देशन तथा माननीय कुलपति प्रो. अजय तनेजा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की संयोजक डॉ. नलिनी मिश्रा, अध्यक्ष, सांस्कृतिक समिति रहीं, जिन्होंने पूरे आयोजन का सफल संचालन किया। समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं कुलगीत प्रस्तुति से हुआ, जिसके बाद हरियाणा राज्य पर आधारित वृत्तचित्र प्रदर्शित किया गया। यह वृत्तचित्र डॉ. शचिन्द्र शेखर द्वारा तैयार किया गया था, जिसमें हरियाणा की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक उपलब्धियों का प्रभावशाली चित्रण किया गया।





विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों क्रमश: अमन कुमार एवं आविष्कार यादव ने हरियाणा की समृद्ध परंपराओं और गौरवशाली योगदान पर प्रेरक भाषण प्रस्तुत किए। इसके पश्चात सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की श्रृंखला आरंभ हुई, जिसमें हरियाणा राज्य गीत, श्रीकृष्ण–सुदामा मिलन गीत तथा पारंपरिक लोकगीतों की प्रस्तुति नेहा सिंह एवं समूह द्वारा की गई जिसने सभी का मन मोह लिया। सोनी, आदि एवं अर्चना द्वारा प्रस्तुत एकल एवं समूह नृत्य ने कार्यक्रम में रंग भर दिए, जबकि साक्षी सिंह एवं समूह के भावनात्मक नुक्कड़ नाटक ने समाज में एकता और सांस्कृतिक चेतना का संदेश दिया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय में रंगोली, पोस्टर, क्विज़ एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गईं। वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय था — “हरियाणा का भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान”, जिसमें विद्यार्थियों ने तार्किक और प्रभावशाली अभिव्यक्तियों से सबका ध्यान आकर्षित किया।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री विजय ढुल (IPS, 2012 बैच, उत्तर प्रदेश कैडर) रहे, जो वर्तमान में एसएसपी (ऑपरेशन्स), यूपी–112 मुख्यालय, लखनऊ के पद पर कार्यरत हैं। अपने प्रेरक उद्बोधन में उन्होंने कहा कि “हरियाणा वीरता, परिश्रम और कर्मनिष्ठा की भूमि है। यहाँ के लोगों ने खेल, कृषि और प्रशासनिक सेवाओं में देश को गौरवान्वित किया है।” साथ ही उन्होंने कहा कि “हरियाणा का गठन 1 नवम्बर 1966 को सौहार्द और विकास की भावना के साथ हुआ था, जो भारतीय समरसता और राष्ट्रीय एकता का उत्कृष्ट उदाहरण है।”

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रेरित किया कि “संस्कृति और शिक्षा का संतुलन ही सच्ची प्रगति की कुंजी है, जिससे राष्ट्र सशक्त बनता है।”

वहीं अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा कि “हरियाणा स्थापना दिवस भारतीय संस्कृति की एकता में विविधता का प्रतीक है। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना, सांस्कृतिक उत्तरदायित्व और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करते हैं।” उन्होंने सांस्कृतिक समिति और आयोजन टीम की सराहना करते हुए इसे विश्वविद्यालय की संगठन क्षमता और सृजनशीलता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. महेश कुमार, कुलसचिव (Registrar) द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने माननीय कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल, माननीय कुलपति प्रो. अजय तनेजा, विशिष्ट अतिथि श्री विजय ढुल, संयोजक डॉ. नलिनी मिश्रा, वृत्तचित्र निर्माता डॉ. शचिन्द्र शेखर, शिक्षकगण, विद्यार्थियों एवं सभी सहयोगियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। आज के कार्यक्रम का संचालन डॉ रुचिता सुजय चौधरी द्वारा किया गया ।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। पूरा परिसर देशभक्ति, सांस्कृतिक एकता और गर्व की भावना से ओतप्रोत रहा।

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