ओटीटी एक कमाल का प्लेटफॉर्म है- निकितिन धीर
सच्ची घटनाओं पर आधारित रक्तांचल 2, नौ एपिसोड का पॉलिटिकल ड्रामा है, जिसकी पृष्ठभूमि में बदले, विश्वासघात और सत्ता के खेल की कहानी है, जो चार किरदारों...


सच्ची घटनाओं पर आधारित रक्तांचल 2, नौ एपिसोड का पॉलिटिकल ड्रामा है, जिसकी पृष्ठभूमि में बदले, विश्वासघात और सत्ता के खेल की कहानी है, जो चार किरदारों...
सच्ची घटनाओं पर आधारित रक्तांचल 2, नौ एपिसोड का पॉलिटिकल ड्रामा है, जिसकी पृष्ठभूमि में बदले, विश्वासघात और सत्ता के खेल की कहानी है, जो चार किरदारों - रमानंद राय (आशीष विद्यार्थी), विजय सिंह (क्रांति प्रकाश झा), वसीम खान (निकितिन धीर) और सरस्वती देवी (माही गिल) के इशारे पर चलती है। रितम श्रीवास्तव के निर्देशन में बनी 'रक्तांचल 2' में करण पटेल और सौन्दर्या शर्मा भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह 90 के दशक के शुरुआती वर्षों की कहानी है, जब उत्तर प्रदेश की राजनीति के समीकरण बदलने वाले थे। रक्तांचल 2, में वसीम खान की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे निकितिन धीर ने एक खास बातचीत में कहा कि ''ओटीटी ने हमें बहुत नाम और पहचान दी है। यह देखकर अच्छा लगता है कि लोग आपको आपके काम के लिए पहचानते हैं।
ओटीटी एक कमाल का प्लेटफॉर्म है, क्योंकि यह आपको रोजगार देता है और लोगों से मिलने, अपनी काबिलियत को ज्यादा आजमाने और ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंच बनाने के लिए एक अलग जरिया देता है।'' यह पूछे जाने पर कि आपने वसीम खान का किरदार कैसे चुना? निकितिन ने कहा '' मुझे वसीम खान का रोल काफी पसंद आया। मुझे नहीं लगता कि विजय सिंह के रोल के लिए किसी और ने क्रांति से बेहतर काम किया होता। मुझे लगा कि मैं वसीम खान के रोल के साथ न्याय कर पाऊंगा - उसकी कदकाठी, उसकी ताकत, उसके डायलॉग्स, उसका जुनून, आदि। हम दोनों अपनी-अपनी खूबियों के हिसाब से रोल निभा रहे हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि ''मुझे अपने पिता या दादाजी की वजह से कभी कोई तरजीह नहीं मिली। सिनेमा के प्रति मेरा प्यार ही एकमात्र विरासत है, जो मुझे उनसे मिली। और मेरे लिए कभी कोई प्लान बी नहीं था।''