महाशिवरात्रि पर्व मनाने के बारे में की चर्चा
महाशिवरात्रि भारत के सबसे बड़े एवं सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। हिन्दू पुराणों के अनुसार, महाशिवरात्रि को भगवान शिव की महा रात्रि के रूप...


महाशिवरात्रि भारत के सबसे बड़े एवं सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। हिन्दू पुराणों के अनुसार, महाशिवरात्रि को भगवान शिव की महा रात्रि के रूप...
महाशिवरात्रि भारत के सबसे बड़े एवं सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। हिन्दू पुराणों के अनुसार, महाशिवरात्रि को भगवान शिव की महा रात्रि के रूप में जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि की रात को भगवान शिव अपना तांडव नृत्य करते हैं। यह भी कहा जाता है कि यह वही दिन है, जब महादेव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। इस साल शिवरात्रि का त्योहार एक मार्च को मनाया जायेगा। महाशिवरात्रि का जश्न मनाते हुये एण्डटीवी के लोकप्रिय शो 'बाल शिव' मे महासती अनुसुइया की भूमिका निभा रहीं मौली गांगुली ने इस महा त्योहार को मनाने की विधि के बारे में चर्चा की। मौली गांगुली ने कहा, ''महाशिवरात्रि देश भर में सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला एक पावन त्योहार है। यह महीने की सबसे अंधेरी रात होती है जब भगवान शिव की गरिमा का सभी उत्सव मनाते हैं। यह खुद से अपना आत्मनिरीक्षण करने करने की रात होती है कि हम कैसे सफलता में अवरोध पैदा करने वाली बाधाओं से पार पा सकते हैं और आध्यात्मिक विकास को प्राप्त कर सकते हैं। शिवरात्रि हमें प्रतिबंधों को दूर करने का अवसर देती है। कुछ क्षेत्रों में, भक्तगण महा शिवरात्रि पर पूरा दिन उपवास रखते हैं और अगले दिन स्नान के बाद ही ही कुछ खाते हैं।
जबकि कुछ जगहों पर, परम भक्त उपवास रखते हैं, निशिता काल (मध्य रात्रि) में शिव पूजा करते हैं और पूरी रात जागरण करते हैं। कुछ लोग चारों प्रहर पूजा करते हैं। भक्तगण शिव मंदिर जाकर शिव लिंग पर तुलसी, कुमकुम, भांग, धतूरा के फूल और बेल की पत्ती चढ़ाते हैं। भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए उपवास रखा जाता है और यह आपके दृढ़-निश्चय की परीक्षा भी होती है। महाशिवरात्रि की सभी को हार्दिक शुभकामनायें। मैं आशा करती हूं कि भगवान शिव अपना आशीर्वाद सब पर बनाए रखें ताकि उन्हें पूरी सच्चाई, शुद्धता एवं दैवीय शक्ति के साथ अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिले।''