कलाकारों ने बताया वाइल्ड लाइफ संरक्षण का महत्व
हर साल, जंगली जीवों और वनस्पतियों के सुंदर और विविध रूपों का जश्न मनाने और लोगों को उनके संरक्षण से मिलने वाले फायदों के बारे में बताने के लिये तीन...


हर साल, जंगली जीवों और वनस्पतियों के सुंदर और विविध रूपों का जश्न मनाने और लोगों को उनके संरक्षण से मिलने वाले फायदों के बारे में बताने के लिये तीन...
हर साल, जंगली जीवों और वनस्पतियों के सुंदर और विविध रूपों का जश्न मनाने और लोगों को उनके संरक्षण से मिलने वाले फायदों के बारे में बताने के लिये तीन मार्च को 'वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे' मनाया जाता है। इस साल का विषय है- ''पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिये प्रमुख प्रजातियों को फिर से बहाल करना। (रिकवरिंग की स्पेसीज फॉर इकोसिस्टम रेस्टोरेशन)''।
एण्डटीवी के कलाकारों ने वन्यजीवों से अपनी मुलाकात और वन्यजीवों का संरक्षण क्यों जरूरी है, उसके बारे में बताया। 'भाबीजी घर पर हैं' में जल्द ही नई अनिता भाबी के रूप में एंट्री करने वाली विदिशा श्रीवास्तव कहती हैं, ''वन्यजीवों का संरक्षण पौधों और जानवरों की प्रजातियों और उनके रहने के ठिकाने को बचाना है। वाइल्डलाइफ प्राकृतिक प्रक्रिया को संतुलन और स्थायित्व देता है। वाइल्डलाइफ का संरक्षण इन प्रजातियों के अस्तित्व को सुनिश्चित करता है और लोगों को अन्य प्रजातियों के साथ स्थाई रूप से रहना सिखाता है।'' 'बाल शिव' के सिद्धार्थ अरोड़ा (महादेव) कहते हैं, "वाइल्डलाइफ केवल जंगली जानवर नहीं हैं, बल्कि कीड़े, पौधे, पक्षी, कवक जैसे गैर-घरेलू जीव भी हैं। एक स्वस्थ पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने के लिये, इनकी रक्षा और संरक्षण करना महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रत्येक जीव पारिस्थितिकी तंत्र और खाद्य श्रृंखला में योगदान देता है।'' अकांशा शर्मा (सकीना मिर्जा) 'और भई क्या चल रहा है?' का कहना है, '' आज मैं सरकार की कई सारी स्कीम और योजनाओं की शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने हमारी वनस्पति और जीवों को बचाने में मदद की।
वाइल्डलाइफ को संरक्षित करने का मतलब है उनके प्राकृतिक आवासों को संरक्षित करना, जोकि मेडिकल से जुड़ी रिसर्च के लिये बेहद जरूरी है। दिलचस्प बात ये है कि कीड़े-मकोड़े, पक्षी, तितलियों और मधुमक्खियों जैसे छोटे-छोटे जीव फूड प्रोडक्शन में अहम भूमिका निभाते हैं और इस प्रकार पोलिनेशन में मदद करते हैं।'' 'हप्पू की उलटन पलटन' के योगेश त्रिपाठी (हप्पू सिंह), का कहना है, ''वन्यजीवों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिये हमारी आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है। पारिस्थितिक संतुलन बनाये रखने के लिये हमारे वन्य जीवन को संरक्षित करना जरूरी है। साथ ही, वन्यजीवों के संरक्षण के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ियां, प्राकृतिक वातावरण में रहने वाली इन अद्भुत प्रजातियों का आनंद ले सकें।''