कलाकारों ने बताई अपने नामकरण की कहानी!

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कलाकारों ने बताई अपने नामकरण की कहानी!
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नाम हमारी पहचान का एक सबसे अहम हिस्सा होते हैं। नाम ही तो है जो हमें लोगों से जोड़ता है। लोकप्रिय टीवी कलाकारों ने अपने नामों के पीछे की अनूठी कहानी सुनाई। शिव्या पठानिया, 'बाल शिव' की देवी पार्वती कहती हैं, ''मेरा पूरा परिवार भगवान शिव को बहुत मानता है, खासकर मेरे पापा। मेरी परदादी एक शिवभक्त थीं और उनका नाम भी शिव्या से जुड़ा था। इसलिये, मेरे नामकरण कार्यक्रम में हर कोई चाहता था कि मेरा नाम भगवान शिव से जुड़ा हो और इसलिये 'शिव्या' नाम रखा गया। इसका अर्थ है 'शिव का अंश'।''

अंबरीश बॉबी - 'और भई क्या चल रहा है?' के रमेश मिश्रा कहते हैं, ''अंबरीश एक महान राजा थे जो निस्वार्थ, परोपकारी और सबके चहेते थे। मेरी दादी ने मेरा नाम अंबरीश रखा, जिसका अर्थ है 'आकाश का देवता'। हालांकि, बहुत से लोग नहीं जानते कि मेरा सरनेम 'बॉबी' नहीं बल्कि 'श्रीवास्तव' है। मुझे 'बॉबी' उपनाम दिया गया था, क्योंकि मेरा लुक ऋषि कपूर की पहली फिल्म 'बॉबी' के चॉकलेटी बॉय जैसा था।'' कामना पाठक- 'हप्पू की उलटन पलटन' की राजेश कहती हैं, ''मेरे पेरेंट्स ने मेरा नाम 'कामना' रखा, जिसका मतलब इच्छा या चाहत होती है। मेरे पेरेंट्स को यह कहना अच्छा लगता है कि मैं उनकी एक मनोकामना थी, जो उन्होंने ईश्वर से मांगी और वह पूरी हो गई। इसलिये, जब हमने हाल ही में इंदौर में अपना घर खरीदा तो उसका नाम मेरे नाम पर 'कामना निवास' रखा गया, जोकि मेरे लिय बेहद ही भावुक और खुशनुमा पल था।'' रोहिताश्व गौड़- 'भाबीजी घर पर हैं' के मनमोहन तिवारी कहते हैं,''मेरी बुआ संतोष गौड़ ने मेरा नाम रोहिताश्व रखा था। उन्हें साहित्य से बड़ा लगाव था। मायथोलॉजी में, मेरे नाम रोहिताश्व का अर्थ सूर्य का घोड़ा होता है। रोहित का अर्थ होता है सूर्य की पहली किरण और अश्व का मतलब होता है घोड़ा।''

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