बाधाओं को पार करना ही होगा!
लोकप्रिय शो 'एक महानायक- डॉ बी. आर. आम्बेडकर' में चॉल में ऊँची और नीची जात के बीच लगातार चल रहा विवाद एक और आकस्मिक मोड़ लेगा। ऊँची जात से नीची जात को...
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लोकप्रिय शो 'एक महानायक- डॉ बी. आर. आम्बेडकर' में चॉल में ऊँची और नीची जात के बीच लगातार चल रहा विवाद एक और आकस्मिक मोड़ लेगा। ऊँची जात से नीची जात को...
लोकप्रिय शो 'एक महानायक- डॉ बी. आर. आम्बेडकर' में चॉल में ऊँची और नीची जात के बीच लगातार चल रहा विवाद एक और आकस्मिक मोड़ लेगा। ऊँची जात से नीची जात को एक और बड़ी चुनौती मिलेगी और उनके पास उसे स्वीकार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा। इस चुनौती को जीतने पर ही उनके सिर पर दोबारा छत आएगी, क्योंकि उन्हें धोखे से चॉल से निकाल दिया गया था।
भीमराव (अथर्व) अपने घरों में वापस लौटने और उल्हास सेठ (फारुख खान) की शैतानी योजनाओं को विफल करने के लिए इस चुनौती को जीतने का हर संभव प्रयास करने के लिये संकल्पित हैं। भीमराव की भूमिका निभा रहे अथर्व ने कहा, ''भीमराव और चॉल में रहने वाले उनके साथी निवासियों को चॉल से बाहर कर दिया गया है और उन्हें फिर से अपने घरों में लौटने के लिये लड़ना होगा। और अब ऊँची जात ने उनके ऊपर एक और चुनौती थोप दी है, जिसके चलते उन्हें अपनी चॉल को बचाने के लिये सारी बाधाओं को पार करना ही होगा। यह उनके लिये बदलाव का एक मोड़ होगा। अब हार या जीत ही करेगी चॉल का फैसला!'' मालूम हो कि 'एक महानायक- डॉ बी. आर. आम्बेडकर सोमवार से शुक्रवार, रात साढ़े आठ बजे एण्डटीवी पर प्रसारित है।