एक्टर शाहबाज खान को नवाबों के शहर से है प्यार!

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एक्टर शाहबाज खान को नवाबों के शहर से है प्यार!
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मशहूर एक्टर शाहबाज खान लगभग तीन दशकों से मनोरंजन जगत में सक्रिय हैं। चर्चित शो 'मौका-ए-वारदात' में ईमानदार और सख्त पुलिस आॅफिसर के किरदार में दिखाई पड़ने वाले शाहबाज खान नवाबों के शहर लखनऊ आये थे। उन्होंने इस शहर से अपने खास लगाव के बारे में बात की और ये भी बताया कि ऐसी कौन-सी बात है जो उन्हें बार-बार यहां खींच लाती है। शाहबाज खान कहते हैं, ''लखनऊ का एक अलग ही अंदाज है। जब भी मैं इस शहर में आता हूं मुझे बहुत अच्छा लगता है और बार-बार आने का मन करता है। सच कहूं तो मैं चार महीने में एक या उससे ज्यादा बार आने की कोशिश करता हूं। यह शहर कविता, कला, खानपान, संस्कृति और वास्तुकला का गढ़ है। यह मेरा दूसरा घर है। मुझे इस शहर का खाना, रहन-सहन, लोग, यहां की रोजमर्रा की भागदौड़, शाॅपिंग और लगभग सारी बातें पसंद हैं।

मैं खाने का बहुत बड़ा शौकीन हूं और यह शहर खाने के शौकीनों के लिये किसी स्वर्ग से कम नहीं। यहां के मशहूर कबाब, बिरयानी और मुंह में पानी ला देने वाले स्ट्रीट फूड का स्वाद चखे बिना मेरी ट्रिप अधूरी होती है! इतना ही नहीं, इस शहर के लोग 'अतिथि देवो भवः' को सही मायने में साकार करते हैं। मेहमानों के साथ उनका व्यवहार और उनकी तहजीब देखकर आपका मन करता है कि आप हमेशा के लिये यहीं रुक जायें। लखनऊ के लिये मेरे दिल में एक खास जगह है, क्योंकि यहां थियेटर कला बहुत प्रचलित है और लोगों को यह पसंद आता है। नवाबों के इस शहर में आनंद के लिये, प्यार करने के लिये और सीखने के लिये काफी सारी चीजें हैं। यह शहर आपको कभी निराश नहीं करता। इस बार मैं कुछ लोगों से भी मिला और एक्जाॅटिक मसालों में डूबे अपने पसंदीदा अवधी खाने और स्ट्रीट फूड का लुत्फ उठाया। इस शहर से मेरा मन कभी नहीं भरता।''

एण्डटीवी के शो 'मौका-ए-वारदात' में पुलिस आॅफिसर शाहनवाज खान के अपने किरदार के बारे में उन्होंने बताया, ''टेलीविजन पर मैंने कई अलग-अलग भूमिकाए निभायी हैं, लेकिन यह भूमिका बिलकुल नयी है। जब एक पुलिस आॅफिसर का किरदार निभाने का मौका मेरे पास आया

तो मैंने इसे तुरंत ही स्वीकार कर लिया, क्योंकि अपने कॅरियर

में मैंने यह किरदार ज्यादा नहीं निभाया है। ओपन लोकेशन में शूटिंग करना काफी मजेदार अनुभव रहा। लेकिन इस शो की जिस चीज ने मेरा ध्यान अपनी तरफ खींचा वो थी हैरान कर देने वाली क्राइम स्टोरीज, जो किसी को ये सोचने पर मजबूर कर दे, ये हुआ तो कैसे हुआ?

अपराध-आधारित शोज़ का फाॅर्मेट ये होता है कि अपराध क्या था और उसे किसने अंजाम दिया, लेकिन 'मौका-ए-वारदात' उससे एक कदम आगे है। इस सीरीज में बेहद ही अविश्वसनीय अपराधों को दर्शाया गया है, जिन पर भरोसा करना नामुमकिन है। अपकमिंग एपिसोड्स अविश्वसनीय घटनाओं के साथ निश्चित तौर पर रोमांचक होने वाले हैं।''

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