वल्र्ड फूड डे पर फरहाना फातिमा और अंबरीश बाॅबी ने याद किया लखनऊ का लजीज़ खाना
भारत अपनी विविधता के लिये मशहूर है, जो न सिर्फ संस्कृति और परंपरा में पाई जाती है, बल्कि यहां के व्यंजनों में भी देखने को मिलती है। हर प्रांत में खाना...
भारत अपनी विविधता के लिये मशहूर है, जो न सिर्फ संस्कृति और परंपरा में पाई जाती है, बल्कि यहां के व्यंजनों में भी देखने को मिलती है। हर प्रांत में खाना...
भारत अपनी विविधता के लिये मशहूर है, जो न सिर्फ संस्कृति और परंपरा में पाई जाती है, बल्कि यहां के व्यंजनों में भी देखने को मिलती है। हर प्रांत में खाना पकाने की अपनी अनूठी
परंपरा है और उसके लिये अलग-अलग सामग्रियों का इस्तेमाल किया लाता है, जिनसे विशेष स्थानीय व्यंजन तैयार किये जाते हैं। दूसरे क्षेत्रों की तरह ही लखनऊ में भी एक-से-बढ़कर-एक
स्थानीय व्यंजन मिलते हैं, जिनका स्वाद बेमिसाल होता है। वल्र्ड फूड डे के अवसर पर एण्डटीवी के 'और भई क्या चल रहा है' के मिश्रा दंपत्ति यानी कि फरहाना फातिमा (शांति मिश्रा) और अंबरीश बाॅबी (रमेश प्रसाद मिश्रा) ने लखनऊ के लजीज़ व्यंजनों को याद करते हुये अपने पसंदीदा पकवानों और उन स्थानों के बारे में बताया, जहां वे अपनी मनपसंद
डिशेज का आनंद लेते हैं।
फरहाना फातिमा ने कहा, ''लखनऊ में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ अवधी खाना मिलताहै। इस शहर को फूड प्रेमियों का स्वर्ग माना जाता है। कबाब से लेकर बिरयानी और मुंह में पानी भर देने वाले पान तक, यहां लखनऊ में खाने-पीने के शौकीनों की हर पसंदीदा चीज मिलती है। मुझे खुशी है कि मेरा घर लखनऊ
में है, क्योंकि मुझे यहां पर अलग-अलग तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका मिला। हालांकि, यह नाॅनवेज के शौकीनों का ड्रीम लैंड है, लेकिन वेजिटेरियन लोगों को भी यह निराश नहीं करता है। मुझे भी ऐसा लगता है कि 'दिल का रास्ता पेट से होकर गुजरता है', इसलिये हर फूडी को एक बार
तो लखनऊ आकर यहां के बेमिसाल खाने और फूड प्वाइंट्स के मजे जरूर लेना चाहिये।''
इधर, अंबरीश बाॅबी ने कहा, ''खाने-पीने की चीजों की ऐसी लंबी लिस्ट है, जिसे लखनऊ आने के बाद लोग खा सकते हैं। इनमें शामिल हैं- टोकरी चाट, खस्ता कचैरी, छोले भटूरे, गलावटी, बोटी और टुंडे कबाब, रोगन जोश,
लखनवी बिरयानी और पाया की निहारी। प्रकाश की कुल्फी, मलाई की गिलोरी, शीरमाल, लखनवी पान जैसे मीठे पकवान हमारी स्वादेंद्रियों के लिये वरदान की तरह हैं। इस शहर में खाने-पीने के कुछ बेस्ट प्वांट्स भी हैं। वल्र्ड फूड डे पर, मैं हर किसी के आग्रह करना चाहूंगा कि कृपया खाना बर्बाद न करें।
यदि कोई खाना बच गया है, तो उसे किसी भूखे को खिला दें।''