वल्र्ड टेलीविजन डे के मौके पर टीवी के कलाकारों ने बताई अपने मन की बात

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वल्र्ड टेलीविजन डे के मौके पर टीवी के कलाकारों ने बताई अपने मन की बात

वल्र्ड टेलीविजन डे के मौके पर टीवी के कलाकारों ने बताया कि कैसे टेलीविजन ने उनके कॅरियर को संवारा टेलीविजन संचार के सबसे विख्यात और आॅडियो-विजुअल के सबसे लोकप्रिय माध्यमों से एक है। 21 नवंबर को वल्र्ड टेलीविजन डे के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर लोकप्रिय टीवी कलाकारों ने बताया कि कैसे एक महत्वपूर्ण माध्यम ने उनके कॅरियर को आकार देने और इंडस्ट्री का मशहूर सितारा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

सिद्धार्थ अरोड़ा, उर्फ एण्डटीवी के 'बाल शिव' के महादेव ने कहा, ''टेलीविजन हमेशा मनोरंजन से भरपूर देने कंटेंट देने के प्रमुख माध्यमों से एक है और रहेगा। मैं अपनी लोकप्रियता का सारा श्रेय टीवी को ही देता हूं। आज मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि आज मैं जो कुछ भी हूं, उसका बड़ा हिस्सा टेलीविजन है। यह हमेशा इसी तरह बना रहेगा।'' पवन सिंह, ऊर्फ एण्डटीवी 'और भई क्या चल रहा है' के ज़फर अली मिर्जा कहते हैं, ''मैं आज जो कुछ भी हूं, वह टेलीविजन ने मुझे बनाया है। 'और भई क्या चल रहा है? 'ने मुझे बेहद लोकप्रिय बनाया है।खुद के लिये बड़ा लक्ष्य तय करना और लोगों का लगातार मनोरंजन करते रहना, टीवी की वजह से संभव हो पाया है।''

हिमानी शिवपुरी, ऊर्फ एण्डटीवी के 'हप्पू की उलटन पलटन' की कटोरी अम्मा कहती हैं, ''मैंने अपने कॅरियर की शुरूआत थिएटर से की, इससे मुझे मेरी कला से बहुत मदद मिली, लेकिन दर्शक सीमित थे। जब मैं टेलीविजन में आयी, तब लोगघर-घर में मुझे जानने लगे थे और अपना परिचय दिया बिना ही, लोगों ने मुझे पहचानना शुरू कर दिया, क्योंकि मैं उनके घरों तक पहुंच गयी थी।

टेलीविजन वह सीढ़ी है जिसने मुझे प्रसिद्धि और प्यार दिया। अब मैं इस वजह से इस सीढ़ी को नहीं गिरा नहीं सकती कि फिल्मों में मुझे अलग-अलग भूमिकाएं मिल रही हैं। टीवी के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उसका अपने दर्शकों के साथ लंबा रिश्ता बन जाता है। चूंकि टीवी के कंटेंट लंबे होते हंै। यह एक दैनिक शो है, इसलिये किरदार दर्शकों के रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बन जाते हैं और लोग आपसे ज्यादा करीब से जुड़ जाते हैं।''

अक्षय म्हात्रे ऊर्फ एण्डटीवी के 'घर एक मंदिर- कृपा अग्रसेन महाराज की' के वरुण अग्रवाल का कहना है, ''भूमिकाओं की विविधता की वजह से मैं हमेशा से ही टेलीविजन एक्टर बनना चाहता था। टेलीविजन देखना, ज्यादातर घरों में मनोरंजन का पसंदीदा काम और आदत है। मनोरंजन के अलावा यह काफी सारी खबरें और जानकारियां देता है। आज मैं जो कुछ भी हूं उसका बहुत बड़ा श्रेय मैं टेलीविजन को देता हूं।'' आसिफ शेख ऊर्फ एण्डटीवी के 'भाबीजी घर पर हैं' के विभूति नारायण मिश्रा, कहते हैं, ''टेलीविजन ने मुझे दर्शकों से बेतहाशा सम्मान और प्यार हासिल करने में मदद की, खासकर 'भाबीजी घर परहैं' के मेरे किरदार के लिये। मुझे विभूति नारायण मिश्रा के रूप में पहचाना जाना पसंद है और मैं अपनी आगामी परफाॅर्मेंस के साथ हरेक दर्शक का मनोरंजन करना चाहता हूं।"

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