रजनीकांत को मिलेगा फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा दादा साहेब फाल्के अवार्ड, केंद्रीय मंत्री ने की घोषणा...
दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार और भारतीय सिनेमा इतिहास के सबसे बेहतरीन अभेनिता रजनीकांत को फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा अवार्ड दादा साहेब फाल्के अवार्ड...
दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार और भारतीय सिनेमा इतिहास के सबसे बेहतरीन अभेनिता रजनीकांत को फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा अवार्ड दादा साहेब फाल्के अवार्ड...
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दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार और भारतीय सिनेमा इतिहास के सबसे बेहतरीन अभेनिता रजनीकांत को फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा अवार्ड दादा साहेब फाल्के अवार्ड मिलेगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने इसकी घोषणा की है. उन्होंने बताया है कि रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवार्ड तीन मई को दिया जाएगा. रजनीकांत की उम्र 71 साल है. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस साल दादा साहेब फाल्के पुरस्कारों का ऐलान देरी से हुआ है. बीते ही हफ्ते राष्ट्रीय पुरस्कारों की भी घोषणा हुई थी. दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा की दुनिया की प्रतिष्ठित सम्मान है.
भारत में पहली फिल्म का निर्माण 1913 में हुआ था, जिसका नाम राजा हरिशचंद्र था. इस फिल्म को दादा साहब फाल्के ने बनाया था. उनके निधन के बाद केंद्र सरकार ने उनके सम्मान में इस अवॉर्ड की घोषणा की थी. जावड़ेकर के मुताबिक रजनीकांत के नाम का चुनाव एक ज्यूरी ने किया. जिसमें आशा भोंसले, मोहनलाल, विश्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन और सुभाष घई शामिल थे. इस सभी ने एकमत होकर रजनीकांत के नाम पर मुहर लगाई.
उल्लेखनीय है कि कई नकारात्मक किरदारों का अभिनय करने के बाद रजनीकांत पहली बार नायक के रूप में एसपी मुथुरमन की फिल्म भुवन ओरु केल्विकुरी में दिखे थे. उनके प्रति लोगों की दीवानगी इस हद तक है कि वे उन्हें 'भगवान' मानते हैं. कुली से सुपरस्टार बनने वाले रजनीकांत कभी यहां तक नहीं पहुंच पाते अगर उनके दोस्त राज बहादुर ने उनके अभिनेता बनने के सपने को जिंदा न रखा होता.
अराधना मौर्या